शिमला 17 जनवरी। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने शनिवार को प्रसिद्ध साहित्यकार सत्येन शर्मा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया । 86 वर्षीय सत्येन शर्मा का शनिवार शाम देहरादून में निधन हो गया। वह हिमाचल प्रदेश सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग में सेवारत संयुक्त निदेशक संजय शर्मा के पिता थे।
स्व़. सत्येन शर्मा का जन्म 4 अप्रैल, 1930 को देहरादून में हुआ था। वर्ष 1957 में उन्होंने प्रदेश के सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग में हिमप्रस्थ पत्रिका के उप.सम्पादक के रूप में अपनी सेवाएं आरंभ कीं। वह वर्ष 1988 में वरिष्ठ सम्पादक के पद से सेवानिवृत्त हुए।
अपने जीवनकाल के दौरान वह निराला जैसे विख्यात कवियों और लेखकों के साथ जुड़े रहे।
स्व़. शर्मा ने विभाग के तत्कालीन कार्यक्रम ‘रेडियो रूरल फोरम’ में भी अपनी सेवाएं दीं। इसके अलावा, विभागके फिल्म डिविजन को सुदृढ़ करने में भी उनका योगदान रहा ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व़ सत्येन शर्मा ने साहित्यिक क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान दिया था। वह युवा लेखकों के लिए प्रेरणा स्त्रोत थे और अनेकों नवोदित लेखकों को उचित मंच प्रदान किया था। उन्होंने कहा कि शर्मा का निधन साहित्य जगतएविशेषकर हिमाचल प्रदेश के लिए एक अपूर्णीय क्षति है।
सूचना एवं जन सम्पर्क मंत्री मुकेश अग्निेहोत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है कि स्व़ सत्येन शर्मा नामी लेखक थे, जिन्होंने साहित्य क्षेत्र के साथ-साथ प्रदेश के सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के लिए भी अपनी सराहनीय सेवाएं दीं।
सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के निदेशक डा़. एम़ पी सूद, अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भी स्व़ सत्येन शर्मा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है तथा ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है।
शिमला प्रेस क्लब ने साहित्यकार व क्लब के वरिष्ठ सदस्य दिवंगत सत्येन शर्मा के निधन पर गहरा दुख जताया है। प्रेस क्लब ने उनके निधन को साहित्य जगत के लिए बड़ी क्षति करार दिया है। दिवंगत सत्येन शर्मा प्रेस क्लब शिमला के सबसे सक्रिय सदस्यों में से एक थे और उन्होंने नवोदित पत्रकारों के लिए पुरस्कार भी आरंभ किया था।
Follow @JansamacharNews