हिमाचल सरकार पर्यटन उद्योग को प्रोत्साहन देने के लिये प्रतिबद्धः वीरभद्र सिंह

शिमला, 25 अप्रैल (जनसमा)। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ने रज्जू मार्गों, रिसोर्टज़, मनोरंजन पार्कों, फिल्म सिटी, बडे़ पर्यटक गन्तव्यों, नागरिक उड्डयन, पैराग्लाईडिंग, हैलि-स्कींग व जल क्रीड़ाओं जैसी साहसिक गतिविधियों के क्षेत्र में निजी क्षेत्र के निवेशकों को आमंत्रित कर प्रदेश में पर्यटन उद्योग को और प्रोत्साहित करने के लिये विभिन्न कदम उठाए हैें।

मुख्यमंत्री शुक्रवार सांय यहां हाॅली-डे-होम होटल में हिमाचल ट्रैवल मार्ट का शुभारम्भ करने के उपरांत संबोधित कर रहे थे।

हिमाचल ट्रैवल मार्ट में जर्मनी, अमेरिका, यूनाईटेड किंगडम, फ्रांस, बुलगारिया, दक्षिण अफ्रीका, यूके्रन, आस्ट्रेलिया तथा रूस के एजेन्टों के अतिरिक्त, अग्रणी टूअर आॅपरेटरज तथा आॅनलाइन ट्रैवल गाइड जिनमें ईयू-एशियन, जर्मनी से डीई मीडिया यूएसए से लिबर्टी ट्रैवलज और रूस से एडोनिश भाग ले रहे हैं। राजस्थान, गुजरात, मुम्बई, दिल्ली, बेंगलौर पंजाब तथा पश्चिमी बंगाल जैसे मुख्य शहरों के प्रतिनिधि हिमाचल ट्रैवल मार्ट के हिस्सा बने हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नए रज्जू मार्गों की स्थापना के अतिरिक्त कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार का भी प्रस्ताव है जिसके लिए आरम्भिक सर्वेक्षण के आधार पर भूमि अधिग्रहण की आरम्भिक लागत निर्धारित कर ली गई है। इसके अतिरिक्त, राज्य सरकार इस सम्बन्ध में केन्द्र सरकार के साथ निरन्तर सम्पर्क में है और नागरिक उड्डयन विभाग को कुछ सरकारी भूमि सौंप दी गई है, जहां भारतीय विमान पतन प्राधिकरण एक डाॅप्लर वीओआर उपकरण स्थापित कर रहा है। यह गग्गल हवाई अड्डे पर विमानों के संचालन तथा दृश्यता की सुधार में मदद करेगा।

उन्होंने कहा कि शिमला जिला में जुब्बड़ हट्टी हवाई पट्टी का भी विस्तार किया गया है तथा सर्वोच्च न्यायालय ने भारत सरकार को शीघ्र शिमला के लिए हवाई सेवाएं आरम्भ करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि शीघ्र ही शिमला के लिए हवाई सेवाएं शुरू हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि सरकार वर्तमान हवाई अड्डों के सुदृढ़ीकरण के लिए गंभीरतापूर्वक प्रयास कर रही है।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि राज्य में पर्यटन की क्षमता के दोहन के लिए सरकार प्रयास कर रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पर्यटन सम्पदा का दोहन अंधाधुंध तरीके से नहीं किया जाएगा और पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा। राज्य सरकार ने सतत् पर्यटन विकास नीति तैयार की है, जिसके आधार पर वर्तमान एवं भविष्य में पर्यटन से सम्बद्ध गतिविधियों का खाका तैयार किया जाएगा। इसके अलावा, सरकार ने राज्य ग्रेटर धर्मशाला पर्यटन कार्य योजना भी तैयार की है।