हैदराबाद, 21 सितम्बर | हैदराबाद के कई हिस्सों और उसके उप नगरीय इलाकों में रात भर हुई भारी वर्षा से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। रिहायशी इलाकों में पानी घुस गया और सड़कों पर पानी भर गया। वर्षा मंगलवार की शाम शुरू हुई और बुधवार की सुबह तक जारी रही। इससे ग्रेटर हैदराबाद के पश्चिमी और उत्तरी भागों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई।
शहर के कुकटपल्ली के कुछ इलाकों, मियापुर, निजामपेट, कुतबुल्लापुर, मूसापेट, बेगमपेट, अलवल और अन्य बड़े रिहायशी इलाकों तथा व्यावसायिक उपनगरों में स्थिति गंभीर है। निजामपेट, अलवल और बालानगर की रिहायशी कॉलोनियों में पानी घुस गया है और लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं। दूध और पानी विक्रेताओं को पहली मंजिल पर खड़े लोगों तक पैकेट फेंकते देखा गया।
कई व्यावसायिक परिसरों में पार्किं ग स्थल पानी में डूब गए हैं जबकि चार से पांच फीट तक पानी जमा होने से सड़कें नदियां बन गईं थीं।
निचले इलाकों में पानी घुसने के कारण वहां के लोग रात भर सो नहीं पाए। पानी उनके घरों में घुस गया और इससे घरेलू सामानों को क्षति पहुंची।
अधिकारियों ने प्रभावित इलाकों के स्कूलों में एक दिन की छुट्टी की घोषणा कर दी है।
अधिकारियों ने कहा कि कुतुबुल्लापुर इलाके में 16.4 सेंटीमीटर वर्षा हुई, जबकि अन्य इलाकों में 6 से 12 सेंटीमीटर तक वर्षा रिकार्ड की गई।
भारी वर्षा के कारण जलभराव और सड़कों को क्षति पहुंचने से शहर के प्राय: सभी भागों के कई प्रमुख औद्योगिक,व्यावसायिक और रिहायशी इलाकों में यातायात जाम की स्थिति देखने को मिली।
शहर के आईटी केंद्र माधापुर और गचीबाउली पर भी संकट की मार पड़ी।
पुलिस उपायुक्त (यातायात) रंगनाथ ने आवश्यकता नहीं होने पर लोगों को घर से नहीं निकलने की सलाह दी है।
पानी के भारी प्रवाह के कारण शहर के केंद्र में स्थित हुसैन सागर झील में पानी करीब पूर्ण स्तर पर पहुंच गया है। झील में बुधवार को पानी का स्तर 513.4 फीट तक पहुंच गया, जबकि झील के पूर्ण स्तर की उंचाई 513.7 फीट है।
दिल्ली के दौरे पर आए प्रदेश के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की। –आईएएनएस
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