खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan ) ने साफ तौर से कहा है कि पैकेजिंग में प्लास्टिक(plastic ) के इस्तेमाल को धीरे-धीरे कम किया जाए और उसकी जगह खाद्य सामग्री ( food items) की पैकेजिंग के लिए शत-प्रतिशत जूट (100% jute ) को इस्तेमाल में लाया जाए।
सिंगल यूज प्लास्टिक (Single use plastic ) से 95 लाख टन प्लास्टिक कचरा (plastic waste) पैदा होता है। इसमें से 6 लाख टन नदियों में चला जाता है और पानी को प्रदूषित (pollutes the water) करता है।
सिंगल यूज प्लास्टिक (Single use plastic ) के दुष्प्रभावों का उल्लेख करते हुए उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने आज 17 सितंबर,2019 को नई दिल्ली में प्रेस के साथ बातचीत करते हुए कहा कि जब प्लास्टिक कचरे को जलाया जाता है, तो सांस संबंधी बीमारियां (respiratory diseases) पैदा होती है।
पेयजल के लिए एक बार इस्तेमाल की जाने वाली प्लास्टिक बोतलों (plastic bottles) के स्थान पर उपयुक्त विकल्पों के विषय में पासवान ने अपने मंत्रालय द्वारा उठाये गये कदमों की जानकारी दी।
उन्होंने मीडिया से कहा किसभी हितधारकों ने पेयजल की सिंगल यूज प्लास्टिक (Single use plastic ) बोतलों के स्थान पर उपयुक्त विकल्पों का सुझाव दिया है।
उन्होंने कहा कि पेयजल (Drinking water) की वैकल्पिक पैकेजिंग के लिए मानक तय किये जाए तथा सिंगल यूज प्लास्टिक (Single use plastic ) के इस्तेमाल को रोकने के लिए जागरूकता पैदा की जाए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 69वें जन्मदिवस पर शुभकामनाएं देते हुए रामविलास पासवान ने कहा कि वच्छ भारत अभियान राष्ट्रीय आंदोलन बन चुका है तथा प्रधानमंत्री ने लोगों का आह्वान किया है कि भारत को प्लास्टिक मुक्त (Plastic free)बनाया जाए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की प्रतिष्ठा विश्व में बढ़ी है और प्रधानमंत्री ने साबित कर दिया है कि भारत एक मजबूत राष्ट्र है तथा वह हर तरह की सुरक्षा चुनौती का सामना करने में सक्षम है।
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