विशाखापत्तनम में एक रासायनिक संयंत्र से गैस रिसाव (Visakhapatnam gas leak) के बाद वातावरण में जहर जैसी हवा, उससे होने वाली मौतें और अचानक हुए हादसे से फैली अफरातफरी के कारण सैकड़ों लोग बीमार हो गए है। मरने वालों का आंकड़ा 8 से 11 के बीच बताया जारहा है।
विशाखापत्तनम गैस रिसाव (Visakhapatnam gas leak) से मरने वालों की संख्या गुरूवार 7 मई,2020 शाम तक 11 हो गई है। कम से कम 25 लोग गंभीर हालत में अस्पतालों में भर्ती हैं।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के सदस्य कमल किशोर ने जानकारी दी है कि रासायनिक और चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम विशाखापत्तनम जारही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने दिन में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी से बात की और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
फोटो: टीवी इमेज
दूसरी ओर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी सदस्यों को लीक से प्रभावित स्थानीय लोगों की मदद करने के लिए संदेश दिया है।
मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और अस्पताल और प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विशाखापट्टनम जिले के गांव आरआर वेंकटपुरम में एलजी पॉलिमर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के कैमिकल गैस प्लांट से गैस रिसाव (gas leak) आज तड़के लगभग 2.30 बजे हुआ था।
गैस रिसाव (gas leak) के बाद इस इलाके आसपास रहने वाले लोगों में से कई को सिरदर्द, उल्टी और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत हुई। गैस का दुष्प्रभाव इतना था कि कई लोग सड़को और फुटपाथ के किनारे खड़े-खड़े बेहोश होकर गिर पड़े।
अनेक लोगों को एमबुलेंस और अन्य वाहनों से साथ अस्पतालों में ले जाया गया।
स्थानीय लोगों ने क्षेत्रीय टीवी चैनलों को बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही एंबुलेंस, दमकल और पुलिसकर्मी केमिकल प्लांट में मौके पर पहुंच गए थे।
आकाशवाणी के अनुसार पांच किलोमीटर के दायरे में फैले गैस रिसाव (gas leak) के प्रभाव से आर वेंकटापुरम गाँव के आसपास के कम से कम पांच गांव प्रभावित हुए हैं।
गैस रिसाव (gas leak) के कारण बच्चों सहित अधिकांश ग्रामीणों को आंखों में जलन, सांस फूलना, मितली और चकत्ते होने की शिकायत होने लगी।
बचाव अभियान के लिए आए कई पुलिस कर्मियों को भी सांस फूलने, आंखों में जलन और बेहोश होने जैसी शिकायत हुई।
यह हादसा तब हुआ जब संयंत्र के कुछ कर्मी लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील देने के बाद यूनिट को फिर से शुरू की तैयारी कर रहे थे।
इस दौरान अचानक जब गैस रिसाव (gas leak) होने लगा, तो श्रमिकों ने पहले कदम के रूप में पानी का छिड़काव किया, लेकिन ज्यादातर लोग प्रभावित होने से बच नहीं सके क्योंकि वे सब सो रहे थे।
कलेक्टर विनय चंद ने कहा कि तत्काल प्राथमिकता गैस रिसाव को बंद करना और प्रभावित लोगों को उचित इलाज देना है।
विशाखापत्तनम जिले के प्रभारी मंत्री के कन्ना बाबू ने किंग जॉर्ज अस्पताल के डॉक्टरों के हवाले से कहा कि जिन लोगों का इलाज चल रहा था वे खतरे से बाहर हैं।
लगभग 60 व्यक्तियों को विशाखापत्तनम के किंग जॉर्ज अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
पॉलिमर इंडिया कम्पनी के इस प्लांट में पॉलीस्टाइनिन और एक्सपेंडबल पॉलीस्टायर्न बनता है।
स्थिति की गंभीरता को समझते हुए दिन में प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक बुलाई।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह भी बैठक में मौजूद थे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विशाखापत्तनम गैस रिसाव में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
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