बर्लिन, 20 दिसम्बर | जर्मनी के बर्लिन के क्रिसमस बाजार में सोमवार रात को ट्रक से रौंदे जाने की घटना में 12 लोगों की मौत हो गई और 48 घायल हो गए। बीबीसी के मुताबिक, बर्लिन पुलिस का मानना है कि इस ट्रक को पोलैंड की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी से चुराया गया था। ब्राइशाइप्लात्ज के एक व्यस्तम बाजार में रात लगभग आठ बजे एक ट्रक लोगों को रौंदता चला गया।
‘द गार्डियन’ की रिपोर्ट के मुताबिक, संदिग्ध ट्रक चालक को पाकिस्तान या अफगानिस्तान मूल का नागरिक बताया जा रहा है जो फरवरी में जर्मनी आया था।
पुलिस का कहना है कि उन्हें ट्रक के भीतर एक मृत व्यक्ति मिला जिसकी पहचान पोलैंड के नागरिक के रूप में की गई है लेकिन यह शख्स ट्रक नहीं चला रहा था।
पोलैंड की कंपनी के मुताबिक, यह ट्रक उनका है और इसका चालक सोमवार दोपहर से लापता है।
यह घटना 14 जुलाई को फ्रांस के नीस हमले के तरह की ही घटना है जिसमें 86 लोगों की मौत हो गई थी और 430 लोग घायल हो गए थे। नीस हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली है।
नीस के महापौर क्रिस्टिन एस्ट्रोसी ने ट्वीट कर कहा, “बर्लिन में आतंक। जर्मनी के लोगों को पूरा सहयोग।”
जर्मनी के आंतरिक मामलों के मंत्री थॉमस डे मेजेयर ने कहा, “मैं अभी हमला जैसा शब्द प्रयोग नहीं करा चाहता। हालांकि काफी लोग इसे हमला ही बता रहे हैं।”
व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, यह आतंकवादी हमले जैसा ही लग रहा है।
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार रात को इस घटना की निंदा करते हुए इसे भयावह आतंकवादी हमला किया और इसके लिए आईएस को जिम्मेदार ठहराया जो लगातार ईसाईयों को निशाना बना रहे हैं।
अमेरिका के विदेश विभाग ने नवंबर में यूरोप में संभावित आतंकवादी हमले को लेकर चेतावनी जारी की थी।
एक स्थानीय पत्रकार ने बताया कि उसने टूटे हुए स्टॉल, शीशे, क्रॉकरी और मेजें देखी। घायल लोग जमीन पर पड़े थे।
पत्रकार ने बताया, “ट्रक के नीचे लोग पड़े थे और वह दृश्य काफी भयावह था।”
एमा रस्टन ने सीएनएन को बताया कि ट्रक की रफ्तार धीमी नहीं हुई और यह लगभग 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से क्षेत्र में घूमता रहा।
फेसबुक ने बर्लिन में लोगों के लिए सेफ्टी चेक पृष्ठ तैयार किया है। यह जानने के लिए कि वे सुरक्षित हैं। –आईएएनएस
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