संयुक्त राष्ट्र, 4 मार्च । इराक के मोसुल शहर में सुरक्षा बलों और आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के बीच छिड़ी भयानक लड़ाई के चलते पिछले हफ्ते 15,000 बच्चों को वहां से पलायन करने लिए मजबूर होना पड़ा, यह घोषणा संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने की है। एजेंसी के क्षेत्रीय आपातकालीन सलाहकार बास्तिएन विगनियू ने शुक्रवार को कहा, “मोसुल से 20 किलोमीटर दूर हमाम अली कैम्प में यूनिसेफ जरूरत की चीजें तत्काल मुहैया करा रहा है। वहां पहुंचने वाले बच्चों को सहायता दी जा रही है।”
उन्होंने कहा कि बम विस्फोटों की आवाज से बच्चे बेहद डरे हुए थे, और इसके चलते उनके माता-पिता को पलायन करने का फैसला करना पड़ा।
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) से संबंधित कार्यालय के प्रवक्ता मैथ्यू सरमाश ने कहा कि हालिया दिनों में विस्थापन में काफी वृद्धि दर्ज हुई है और शरणार्थियों का पनाहगाह हमाम अली कैम्प अपनी अधिकतम क्षमता को पार करने के करीब है।
उन्होंने कहा कि फिलहाल कैम्प के 150,000 जगह अधिकृत हैं और 250,000 लोगों को बसाने के लिए निर्माण कार्य चल रहा है।
विगनियू ने कहा कि अक्टूबर 2016 में आईएस के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू होने के बाद से मोसुल से 100,000 बच्चे विस्थापित हो चुके हैं।
इराक की राजधानी बगदाद से 400 किलोमीटर दूर मोसुल जून 2014 से आईएस के कब्जे में है। –आईएएनएस /सिन्हुआ
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