दुनिया भर में 19 करोड़ से ज़्यादा लोग भाँँग (cannabis) का सेवन करते हैं. वर्ष 2018 में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला पदार्थ कैनेबिस (भाँग) (cannabis) था.
यूएन एजेंसी की रिपोर्ट (The World Drug Report 2020) के मुताबिक वर्ष 2018 में 26 करोड़ से ज़्यादा लोगों ने ड्रग्स (Drug) का इस्तेमाल किया – वर्ष 2009 की तुलना में यह आँकड़ा 30 फ़ीसदी अधिक है.
विश्वव्यापी महामारी कोविड-19 के कारण बढ़ती बेरोज़गारी और घटते अवसरों का सबसे ज़्यादा असर निर्धनतम समुदायों पर हो रहा है जो उन्हें धन कमाने के लिए नशीली दवाओं (drugs) की तस्करी, खेती और मादक पदार्थों (Drugs) के इस्तेमाल की ओर धकेल सकता है. मादक पदार्थों और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र के कार्यालय (UNODC) ने गुरुवार (25 जून, 2020) को एक नई रिपोर्ट जारी की है जो दर्शाती है कि दुनिया में साढ़े तीन करोड़ से ज़्यादा लोग अब नशे की लत का शिकार हैं.
Images courtesy : UNODC
रिपोर्ट बताती है कि कोविड-19 से ड्रग्स बाज़ार (Drugs market) पर पड़ने वाले असर का पूरी तरह से आकलन कर पाना अभी सम्भव नहीं है लेकिन सीमाओं पर और अन्य प्रकार की पाबन्दियों से बाज़ारों में ड्रग्स की क़िल्लत पैदा हो गई है जिससे क़ीमतें बढ़ी हैं और उनकी शुद्धता प्रभावित हुई है.
मादक पदार्थों (drugs) और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र के कार्यालय की कार्यकारी निदेशक ग़ादा वाली ने बताया, “विश्व में ड्रग्स की समस्या का ख़ामियाज़ा निर्बलों, और हाशिए पर रहने वाले समूहों, युवाओं, महिलाओं और निर्धनों को चुकाना पड़ता है.”
“कोविड-19 संकट और आर्थिक मन्दी से ड्रग्स (drugs) के ख़तरे और ज़्यादा गहरे हो जाएँगे और यह सब ऐसे समय में हो रहा है जब पहले ही हमारी स्वास्थ्य और सामाजिक प्रणालियाँ बिलकुल किनारे पर हैं, और हमारे समाजों को यह सब सहने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.”
उन्होंने कहा कि मादक पदार्थों (ड्रग्स) की तस्करी, उनके इस्तेमाल की लत और उनसे पैदा होने वाली बीमारियों से निपटने के लिए सरकारों को ज़्यादा एकजुटता और समर्थन दर्शाना होगा ताकि टिकाऊ विकास लक्ष्य हासिल किये जा सकें. कोविड-19 के कारण तस्करों को नए रास्ते और तरीके ढूँढने पड़ सकते हैं.
अन्तरराष्ट्रीय पोस्टल सप्लाई चेन में व्यवधान आया है लेकिन फिर भी तस्करी के लिए पोस्टल शिपमेंट और ग़ैरक़ानूनी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले इन्टरनेट नैटवर्क (Darknet) का सहारा लिया जा सकता है.
महामारी के कारण दर्दनिवारक दवाओं की भी क़िल्लत पैदा हुई है जिसके कारण लोग एल्कॉहॉल (मदिरा) और अन्य सिन्थैटिक ड्रग्स या फिर इन्जेक्शन से ड्रग्स लेने का सहारा ले सकते हैं. (संयुक्त राष्ट्र समाचार)
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