भोपाल, 5 दिसंबर| मध्यप्रदेश में दो वर्ष में लगभग 15 लाख युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह बात प्रदेश के तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास (स्वतंत्र प्रभार) राज्यमंत्री दीपक जोशी ने सोमवार को विभागीय परामर्शदात्री समिति की बैठक में कही। बैठक में समिति ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि रोजगार विभाग को तकनीकी शिक्षा विभाग से जोड़ा जाए। समिति ने यह निर्णय भी लिया कि तकनीकी शिक्षा संस्थाओं की जमीन आगामी विस्तार को देखते हुए अन्य किसी विभाग को नहीं दी जाए।
जोशी ने कहा कि उद्योगों के कार्पोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी (सीएसआर) मद से संबंधित उद्योग में विद्यार्थियों को ट्रेनिंग दिलवाई जाएगी। सत्र 2017 से विद्यार्थी हिन्दी माध्यम से भी बी़ टेक की परीक्षा दे सकेंगे।
बैठक में विधायक कमलेश्वर पटेल और वीर सिंह पवार ने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। तकनीकी शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव कल्पना श्रीवास्तव ने बैठक में बताया कि मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन योजना में युवाओं को शॉर्ट-टर्म ट्रेनिंग दी जाएगी। –आईएएनएस
Follow @JansamacharNews