लखनऊ , 29 अक्टूबर | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को बिजली विभाग की स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर (एसएलडीसी) का लखनऊ के गोमतीनगर में लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि उप्र में अगली बार भी समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार बनी तो गांवों को 24 घंटे बिजली मुहैया कराई जाएगी। इस परियोजना के तहत क्रमबद्ध तरीके से गांवों में 16 से 18 घंटे, अर्धशहरी क्षेत्रों को 18 से 20 घंटे और शहरों में 20 से 24 घंटे की बिजली दी जाएगी।
लखनऊ के विभूति खंड में एसएलडीसी यानी स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर बनकर तैयार हो चुका है। ये अभी तक बिजली विभाग के मुख्यालय शक्ति भवन से कंट्रोल होता है। जितनी देर के लिए किसी जिले की लाइट को बंद किया जाता है, उतनी देर के लिए उस जिले की लाइट को दूसरी जगह ट्रांसफर कर दिया जाता है। ये प्रोसेस पूरी तरह से ऑन-एयर होता है।
कुछ सेकेंडों में ही बिजली एक जगह से दूसरी जगह ट्रांसफर हो जाती है। अब इसके तहत सभी ग्रामीण इलाकों की सप्लाई 14 घंटे से बढ़ाकर 16 घंटे की जाएगी। अर्धशहरी इलाकों की बिजली 18 से 20 घंटे की जाएगी। वहीं, शहरी इलाकों की बिजली 20 से बढ़ाकर 24 घंटे की जाएगी। जिन शहरी इलाकों में 24 घंटे लाइट दी जानी है, उनमें लखनऊ , गाजियाबाद समेत प्रदेश के सात जिले भी शामिल हैं।
यूपीपीसीएल हाईटेक भवन का निर्माण 40 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है, जो दो साल में बनकर तैयार हुआ है। इसका मुख्य काम लाइट डिस्ट्रीब्यूशन यानी पूरे प्रदेश में तय समय और घंटे के हिसाब से बिजली देनी है।
उल्लेखनीय है कि पूरे भारत में पावर सेक्टर में बनने वाली पहली सबसे बड़ी वीडियो वाल है, जिस पर पूरे प्रदेश के सभी जिलों को दी जाने वाली पावर सप्लाई को एक साथ देखा जा सकता है। यह भी देखा जा सकता है कि नॉर्दन जोन के प्रदेशों को कितनी बिजली कहां से आ रही है या कहां भेजी जा रही है। –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
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