Baghel

छत्तीसगढ़ में 3 लाख 57 हजार किसानों के ऋण माफ, राशि खातों में हस्तांतरित

छत्तीसगढ़ के इतिहास की सबसे बड़ी ऋण माफी योजना के तहत गुरूवार को प्रदेश के 3 लाख 57 हजार किसानों के ऋण माफ किये गए।

राज्य की 1276 सहकारी समितियों के तीन लाख 57 हजार किसानों के खातों में एक ही दिन में एक हजार 248 करोड़ की धन राशि ऑनलाइन हस्तांतरित कर दी गयी।

यह जानकारी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दी और कहा कि राज्य सरकार पक्के वादे और नेक इरादे के साथ अपना वचन पूरा कर रही है।

यह राशि लिकिंग के तहत किसानों द्वारा ली गयी थी, जो उन्हें मुख्यमंत्री के घोषणा के अनुरूप वापस की गयी है।

बघेल ने शपथ ग्रहण के दस दिनों के भीतर किसानों की कर्ज माफी के वादे को पूरा कर दिया है। बघेल ने इस महीने की 17 तारीख को शपथ ग्रहण किया गया था।

यह छत्तीसगढ़ इतिहास की सबसे बड़ी ऋण माफी योजना है। इस योजना के प्रथम चरण में एक नवम्बर 2018 से 24 दिसम्बर 2018 तक लिकिंग के माध्यम से तीन लाख 57 हजार किसानों से अल्पकालीन ऋण के रूप में वसूल की गयी 1248 करोड़ रूपए की धनराशि आज उनके बचत खातों में वापस कर दी गयी।

योजना के तहत सहकारी बैंकों और छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंकों के कुल 16 लाख 65 हजार किसानों के छह हजार 230 करोड़ रूपए माफ किये जाएंगे।

इस योजना के तहत सहकारी बैंकों और प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के लगभग 15 लाख किसानों के 30 नवम्बर 2018 तक की स्थिति में कृषि ऋणों की करीब पांच हजार 170 करोड़ रूपए की धन माफ की जा रही है।

इसी कड़ी में एक नवम्बर 2018 से 30 नवम्बर 2018 के बीच प्राथमिक कृषि साख समितियों द्वारा लिकिंग अथवा नगद के रूप में चुकाई गयी ऋण राशि भी माफी योग्य है।

सहकारिता विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रथमतः इन प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों द्वारा 24 दिसम्बर 2018 तक लगभग तीन लाख 57 हजार किसानों से एक हजार 248 करोड़ रूपए की वसूली की गयी है,  जिसको वापस करने की कार्रवाई की जा रही है।

छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक से सम्बद्ध लगभग एक लाख 65 हजार किसानों के 1060 करोड़ रूपए के ऋण माफी होंगे।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा वर्तमान में शुरू की गयी अल्पकालीन कृषि ऋण माफी योजना राज्य के इतिहास की सबसे बड़ी ऋण माफी योजना है।

इसके पहले वर्ष 2003-04 में पांच लाख 44 हजार किसानों की 105 करोड़ रूपए की राशि माफ की गयी थी।

वर्ष 2012 में 47 हजार किसानों के24 करोड़ 52 लाख रूपए के ऋण माफ किये गये थे।

वर्ष 2015 में एक लाख 90 हजार किसानों के 129 करोड़ 90 लाख रूपए माफ किये गये थे।

केन्द्र शासन द्वारा भी वर्ष 2007.08 में दो लाख 70 हजार किसानों के 269 करोड़ 89 लाख रूपए माफ किये गये थे।

भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार की वर्तमान ऋण माफी योजना इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि इस माफी योजना का लाभ डिफाल्टर कृषकों के साथ ही नियमित किसानों को भी प्राप्त होगा।

इस ऋण माफी योजना में कोई अधिकतम सीमा निर्धारित नहीं की गई है। किसानों के संपूर्ण अल्पकालीन कृषि ऋण माफ किये जाएंगे।