Vasundhara Raje

राजस्थान में बाढ़ पीडि़त जिलों में हेलिकॉप्टर से 42 लोगों की जानें बचाई गई

जयपुर, 31 जुलाई।  राजस्थान के बाढ़ पीडि़त जिलों में  अब तक 11 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। वायु सेना के हेलिकॉप्टर के माध्यम से 42 लोगों की जानें बचाई गई हैं।

यह जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि प्रदेश के बाढ़ संभावित इलाकों को नुकसान से बचाने के लिए स्थाई समाधान किया जाएगा।  प्रदेश में ऎसे कई जिले हैं जहां बार-बार बाढ़ के हालात उत्पन्न होते हैं और जन जीवन प्रभावित होता है।  मुख्यमंत्री सोमवार को जालोर और सिरोही में पत्रकारों को सम्बोधित कर रही थीं।

उन्होंने कहा कि बाढ़ की चपेट में आई गौशालाओं में गोवंश के इलाज के बेहतर इंतजाम किए जाए। बाढ़ पीड़ितों को एक्स-गे्रशिया अनुदान के रूप में 3800 रुपये की राशि ऑफलाइन वितरित करने को कहा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, सीआरपीएफ एवं होमगार्ड पूरी मुस्तैदी से रात-दिन राहत एवं बचाव कार्य चला रहे हैं। जहां कहीं भी लोगों के पानी में फंसे होने और आवश्यक वस्तुओं की कमी की सूचना मिल रही है, राहत एवं बचाव दल पीड़ितों तक तत्काल पहुंच रहे हैं।

बाढ़ पीड़ितों के आंसू मेरे आंसू-मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने जालोर एवं सिरोही में अधिकारियों की बैठक लेते हुए कहा कि बाढ़ पीड़ितों का दर्द मेरा दर्द है, उनके आंसू मेरे आंसू हैं। उन्हें अतिशीघ्र राहत पहुंचाना मेरी पहली प्राथमिकता है, इसमें किसी प्रकार की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उन्होंने कहा कि गत शनिवार को भी वे बाढ़ प्रभावित लोगों की तकलीफ जानने निकली थी, लेकिन मौसम खराब होने के कारण हेलिकॉप्टर आगे नही जा सका और न चाहते हुए भी वापस लौटना पड़ा।

राशन का ऑफलाइन वितरण होगा

मुख्यमंत्री ने जालोर एवं सिरोही में बचाव एवं राहत कार्यों की समीक्षा करते हुए बाढ़ पीड़ितों को तत्काल राहत देने के लिए पोस मशीनों के बजाय ऑफलाइन व्यवस्था से राशन सामग्री के वितरण के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने नुकसान का आकलन करने के लिए विशेष गिरदावरी करवाकर शीघ्र रिपोर्ट भिजवाने के निर्देश दिए ताकि राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से शीघ्र सहायता राशि प्राप्त की जा सके। उन्होंने

 

जालोर-आहोर को जोड़ने वाली पुलिया का निरीक्षण किया

श्रीमती राजे ने जालोर को आहोर से जोड़ने वाली सड़क पर क्षतिग्रस्त साकरना पुलिया का निरीक्षण किया। उन्होंने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को इस पुलिया सहित क्षतिग्रस्त सड़कों एवं अन्य पुलियाओं की मरम्मत का काम और तेज करने के निर्देश दिए ताकि आवागमन शीघ्र सुचारू किया जा सके।

जालोर में हेलीपेड राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा बैठक की। बैठक में जनप्रतिनिधि एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।