रायपुर 04 मार्च 2016/ छत्तीसगढ़ के शहरों में सिटी बस योजना की शुरूआत से नागरिकों को आरामदायक और किफायती परिवहन की सुविधा मिलने लगी है। राज्य शासन द्वारा राजधानी रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के छोटे-बड़े सभी शहरों में और उनके आस-पास के इलाकों में रहने वाले लाखों काम-काजी लोगों तथा छात्र-छात्राओं की सुविधा के लिए समूह आधारित सिटी बस परियोजना की शुरूआत की गयी है। केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री श्री वैंकेया नायडू ने 28 मई 2015 को दुर्ग- भिलाई से इस परियोजना की शुरूआत की थी।
छत्तीसगढ़ को सर्वश्रेष्ठ सिटी बस सेवाओं की श्रेणी में विगत 27 नवम्बर 2015 को सम्मानित भी किया गया है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ देश में एकमात्र राज्य है जहाँ समूह आधारित सिटी बस परियोजना को अपनाया गया है। इस परियोजना की शुरूआत से न सिर्फ शहरी क्षेत्र को फायदा मिल रहा है बल्कि शहरों से जुड़े ग्रामीण इलाकों के नागरिक भी इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। राज्य सरकार की इस पहल से प्रदेश के सुदूर अंचलों और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के नागरिकों भी फायदा मिल रहा है।
इस परियोजना से महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा मिला है।सिटी बस के चालक और परिचालक के रूप में महिलाओं ने भी अपनी भागीदारी दर्ज की है । बिलासपुर नगर निगम क्षेत्र में महिलाओं और छात्राओं के लिए दो विशेष बसों का संचालन किया जा रहा है । जिसमें चालक और परिचालक दोनों ही महिलाएं हैं ।इस विशेष बस के अतिरिक्त तीन अन्य बसों में भी महिलाएं परिचालक के रूप में कार्य कर रही हैं । ये बसें बड़े शहरों में चलने वाले सिटी बसों के समान ही अत्याधुनिक सुविधाओं से सु-सज्जित है।
इन बसों की खास बात यह है कि इसमें महिलाओं और यात्रियों की सुरक्षा हेतु सी सी टी वी कैमरे, आगजनी जैसी दुर्घटनाओ से बचाव के लिए अग्निशमन यंत्र, स्वचालित खुलने और बंद होने वाले दरवाजे (ऑटोमेटिक डोर सिस्टम) और आगामी स्टापेज की उद्घोषणा की सुविधाएँ हैं। बसों के आवागमन और रूट की जानकारी के लिए राज्य सरकार बहुत जल्दी मोबाइल एप, वेब साईट शुरू करने वाली है इसके आलावा यह सुविधां बस स्टॉप पर पेसेंजर इन्फोर्मेशन सिस्टम पर भी उपलब्ध रहेगी। जवाहरलाल नेहरू शहरी नवीकरण मिशन (जे.एन.एन.यू.आर.एम.) के तहत केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय द्वारा इस परियोजना के लिए 183.69 करोड़ रुपए स्वीकृत किये गए हैं । छत्तीसगढ़ के उत्कृष्ट प्रदर्शन के परिणाम स्वरूप केंद्र सरकार ने प्रदेश को 25 करोड़ 57 लाख रुपए की पहली और 15 करोड़ रुपए की दूसरी किस्त भी जारी कर दी है।
सिटी बस परिचालन के लिए प्रदेश में 9 सोसायटियों का गठन किया गया है ।ये सोसायटियां हैं -रायपुर ,दुर्ग-भिलाई ,राजनांदगांव ,बिलासपुर ,कोरबा,रायगढ़, कोरिया ,सरगुजा और बस्तर। प्रदेश में 21 क्लस्टर बनाकर 220 रूटों पर 451 बसों के परिचालन की योजना है । इनमें से अब तक 22 शहरों में 400 सिटी बसों का परिचालन शुरू हो गया है। जिन समूहों (क्लस्टर सिटी) के लिए शहरी बस सेवा शुरू की गयी है।
उनमें रायपुर, गोबरा नवापारा, महासमुन्द, बलौदाबाजार, धमतरी, दुर्ग-भिलाई, धमधा, राजनांदगांव, खैरागढ़ कवर्धा, बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, जांजगीर-नैला, चिरमिरी, अम्बिकापुर, जशपुर नगर, जगदलपुर, कोण्डागांव, कांकेर और दंतेवाड़ा शामिल हैं। सार्वजनिक परिवहन के लिए सिटी बस परियोजना की शुरूआत से एक ओर जहाँ नागरिकों को सुगम यातायात की सुविधा मिल रही है वहीँ निजी वाहनों के उपयोग में कमी भी आ रही है । इससे यातायात की समस्या तो कम होगी साथ ही प्रदूषण भी कम होगा।
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