Kiran Maheshwari

राजस्थान में इस साल 48.2 प्रतिशत अधिक बारिश

जयपुर, 31 जुलाई (जनसमा)। । राजस्थान में  अब तक पिछले वर्ष की तुलना में 48.2 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। बाड़मेर जिले में लूनी नदी में आई बाढ़ के कारण लगभग 60 गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गयाता है। पश्चिमी राजस्थान के रेगिस्तानी इलाके सिरोही, जालोर, पाली और बाड.मेर जिलों में बचाव और राहत कार्यों को तेजी से किये जारहे हैं है। हजारों लोग अभी भी बाढ़ वाले इलाको में अस्थाई शरण लिए हुए हैं। ।

एनडीआरएफए सेना और अन्य बचाव दल कार्य में लगे हुए हैं और पुलों और सड़कों की मरम्मत कर कर रहे हैं जो बारिश से क्षतिग्रस्त हो गई थीं।।

जिला कलेक्टर ने कहा कि 2000 से अधिक लोगों को बचाया गया है और सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि चार जगहों पर राहत शिविर लगाए गए हैं। यहां तक ​​कि कई लोग हैं जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों  में फंसे हुए हैं उन्हें एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन  बचाने की कोशिश कर रहे हैं। कलेक्टर ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में  मवेशियों को भी बचा लिया गया।

उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने रविवार को राजसमन्द जिले के अतिवृष्टि प्रभावित ग्रामीण अंचलों का दौरा किया और हालातों का जायजा लिया। उन्होंने गोमती नदी की पूजा-अर्चना की और श्रीफल समर्पित किया।

श्रीमती माहेश्वरी ने गोमती नदी के बहाव क्षेत्र के इर्द-गिर्द अवस्थित गांवों का दौरा किया और अतिवृष्टि के कारण गोमती के बहाव क्षेत्र से प्रभावित लोगों से मुलाकात कर जानकारी ली।

जल संसाधन मंत्री डॉ. राम प्रताप ने रविवार को सिरोही जिले का दौरा कर अतिवृष्टि से प्रभावित जल संसाधन विभाग के बांधों व नहरों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों से चर्चा कर बाढ़ से उत्पन्न स्थिति की विस्तार से जानकारी प्राप्त की।

मंत्री डॉ. राम प्रताप ने अणगौर बांध का दौरा कर क्षतिग्रस्त ओवरफ्लो का निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को इसकी शीघ्र मरम्मत कराने के निर्देश दिये।

सीकर जिला कलेक्टर नरेश कुमार ठकराल ने जिले में आपदा प्रबन्धन की राहत व बचाव की सभी व्यवस्था,a चाक-चौबन्द gSa ताकि आमजन को किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े।  उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बरसात के दौरान विशेष सतर्क रहकर पूरे क्षेत्र में निगरानी रखी जावें एवं सूचना तंत्र को प्रभावशाली एवं मजबूत रखा जावें।

रविवार को कलेक्टर के निवास पर जिले में बाढ़़, जलप्लावन की स्थिति से बचाव के लिए की जाने वाली आवश्यक व्यवस्थाओं के संबंध में आयोजित बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने जिले के कतिपय क्षे़त्रों में अतिवृष्टि एवं बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने एवं मानसून के दौरान कठिन परिस्थितियों में प्रभावित क्षेत्र के लोगाें को भोजन व अन्य आवश्यक सामग्री की कोई दिक्कत नहीं झेलनी पड़े इसके लिए सभी उपखण्ड अधिकारियों, तहसीलदारों एवं प्रवर्तन स्टॉफ को अपने स्टाक में भोजन व राशन सामग्री आरक्षित रखना सुनिश्चित करें।

 

सिरोही जिले में अतिवृष्टि से प्रभावित सिरोही के आमलारी, पिंडवाड़ा के वास एवं नितोड़ा एवं शिवगंज तहसील के ग्राम एवड़ी में रविवार से पेयजल सप्लाई चालू कर दी गई है।

जन स्वास्थ्य अभियान्ति्रकी विभाग खंड सिरोही के अधिशासी अभियन्ता बाल कृष्ण गोयल ने बताया कि अतिवृष्टि से प्रभावित गांव आमलारी, वासा, नितोड़ा व एवड़ी गांव में जलापूर्ति चालू कर दी है। बाढ़ एवं अतिवृष्टि से अत्यधिक प्रभावित तीनों तहसीलों के 73 ग्रामों में से अब तक 36 गांवों में पेयजल सप्लाई चालू कर दी गई है जबकि सिरोही शहर में अणगौर, धांता एवं पाड़ीव जल स्त्रोत से पेयजल आपूर्ति बंद होने से शहर में स्थित आठ पेयजल स्त्रोतों को प्रारंभ कर तीन दिन में एक बार सप्लाई की जा रही है। साथ ही अत्यधिक प्रभावित क्षेत्रों में जिला कलक्टर संदेश नायक के आदेश से टैंकर से पेयजल वितरण किया जा रहा है।