नई दिल्ली, 25 मई | केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने बुधवार को कहा कि तीन तलाक के मुद्दे पर उन्होंने अभी तक कोई राय नहीं बनाई है और इस मुद्दे पर आम सहमति का वह इंतजार करेंगी।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, “तीन तलाक के संबंध में मेरी कोई राय नहीं है और इस मुद्दे पर मुझे किसी राजनीतिक आम सहमति नहीं बनानी चाहिए। कानून मंत्रालय इस पर फैसला करेगा।”
जयपुर में एक महिला को स्पीड पोस्ट से मिले एक पत्र से तलाक की घटना के बाद तीन तलाक का मुद्दा सुर्खियों में है। उस महिला ने तलाक को चुनौती देते हुए सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की है। विभिन्न महिला संगठनों व मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने इस मुद्दे के खिलाफ आवाज उठाई है।
वहीं, केरल में एक दलित महिला से दुष्कर्म व हत्या के मामले पर मेनका गांधी ने कहा कि वह उम्मीद करती हैं कि नई सरकार इस मामले को देखेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने को कहा था।
उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय महिला आयोग ने अपनी जांच में इस बात को स्पष्ट कर दिया है कि हत्या के संदिग्ध व पुलिस के बीच साठगांठ के पुख्ता सबूत हैं। उसका संबंध राजनीति से था और पिछली कांग्रेस की सरकार ने यह कहकर उस पर कोई कार्रवाई नहीं की, कि पीड़िता की मां ने उसे फंसाया है।”
पुलिस के मुताबिक, 27 वर्षीय महिला को 28 अप्रैल को पेरूंबवूर में एक नहर के निकट स्थित उसके घर में उसकी मां ने उसे मृत पाया था। उसके शरीर को बुरी तरह से काटा गया था और उसके निजी अंगों पर घाव के निशान थे।
इस अपराध की तुलना दिल्ली में हुए दिसबंर 2012 में निर्भया कांड से की गई, जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था।
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