केंद्रीय गृह मामलों के मंत्री, अमित शाह ने आज नई दिल्ली में दो दिवसीय बिम्सटेक (बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल पहल) सम्मेलन के उद्घाटन भाषण में संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 15-64 वर्ष की आयु के बीच वैश्विक आबादी का 5% नशीले पदार्थों (narcotics) और अवैध मादक दवाओं (illicit drugs) के उपयोग का आदी है।
उन्होंने इस महत्वपूर्ण ‘ड्रग ट्रैफिकिंग का मुकाबला करने के सम्मेलन’ (‘Conference on Combating Drug Trafficking’) के आयोजन के लिए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) को बधाई दी और सम्मेलन में बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड और भारत की विभिन्न राज्य सरकारों सहित भागीदार राष्ट्रों से आए प्रतिनिधियों का स्वागत किया।
गृह मंत्री ने इस अवसर पर NCB के प्रशासनिक और परिचालन नियमावली का विमोचन भी किया।
मादक पदार्थों (illicit drugs) की तस्करी के मुद्दे की गंभीरता के बारे में बात करते हुए, शाह ने चिंता व्यक्त की कि नशे की दर में तेजी से वृद्धि हो रही है यानी पिछले 10 वर्षों में 30% की वृद्धि हुई है।
उन्होंने नशीली दवाओं (illicit drugs) की लत को मानव जाति के लिए एक अभिशाप करार दिया।
शाह ने वैश्विक स्तर पर होने वाले सालाना 400 अरब डॉलर से अधिक के अवैध ड्रग व्यापार का अनुमान जताया।
गृह मंत्री ने सभी राष्ट्रों से हाथ मिलाने और इस खतरे से लड़ने में एक-दूसरे के प्रयासों पर जोर दिया, क्योंकि इस वैश्विक संकट को किसी भी देश द्वारा अकेलेसे नहीं लड़ा जा सकता है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि BIMSTEC के राष्ट्र विशेष रूप से अवैध ड्रग व्यापार, अंतरराष्ट्रीय अपराधों और आतंकवाद से प्रभावित हैं, जिससे इस सम्मेलन जैसे प्लेटफार्मों का उपयोग करना अधिक महत्वपूर्ण हो गया है ताकि इसकी बुराई को जड़ों से समाप्त करने में समन्वित रणनीति तैयार की जा सके।
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