गाजीपुर, 14 नवंबर | उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचारियों पर जमकर प्रहार किया और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रखने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को मिटाने और देश की भलाई के लिए ही 500 और 1,000 रुपये के नोट बंद करने का फैसला किया गया। गाजीपुर के पूर्व सांसद विश्वनाथ गहमरी को याद करते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने गाजीपुर की पीड़ा व पिछड़ेपन को संसद में काफी भावनात्मक तरीके से रखा था। मोदी ने कहा कि लोगों ने गाजीपुर को हमेशा वोट के लिए इस्तेमाल किया। यहां गंगा पर जिस रेल पुल का शिलान्यास हुआ है उसकी मांग वर्षो से हो रही थी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस रेल पुल का निर्माण कार्य समयसीमा के भीतर यह पुल पूरा होगा। यहां के किसानों के लिए भी कदम उठाए जाएंगे। सब्जियों का सही मूल्य मिलेगा, जिसके लिए व्यवस्था की जा रही है।
प्रधानमंत्री ने फसल बीमा योजना का जिक्र करते हुए कहा कि पहली बार देश के किसान मामूली पैसे देकर यह बीमा करा सकते हैं। शेष राशि सरकार अदा करेगी। मोदी ने कहा कि फसल तैयार होने के बाद यदि अचानक कोई प्राकृतिक आपदा आ गई तो भी किसानों को बीमा का लाभ मिलेगा। कटाई के 15 दिन तक इसकी समय सीमा रखी गई है।
उन्होंने कहा कि यह सरकार गांव, गरीब व किसान के लिए है। हिन्दुस्तान में धन की कमी नहीं है, लेकिन धन जहां होना चाहिए, वहां नहीं है और जहां नहीं होना चाहिये, वहां ढेर लगा हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजीपुर को महर्षि विश्वामित्र की धरती बताया और कहा कि जनता के वोट की ताकत की वजह से भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कदम उठाने का उन्होंने साहस किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “लोकसभा चुनाव के समय मैंने कहा था कि मेरा छोटा भाई यहां से चुनाव लड़ रहा है। आपने मुझ पर भरोसा किया और गाजीपुर से न सिर्फ मनोज सिन्हा को विजयी बनाया, बल्कि भारत के नव निर्माण की नींव रखने का भी काम किया।”
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर भोजपुरी में यहां के लोगों का अभिवादन किया और गाजीपुर के वीर शहीद अब्दुल हमीद का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सेना में सबसे अधिक गाजीपुर से ही लोग मौजूद हैं।
मोदी ने कहा, “केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में यदि उप्र मदद नहीं करता तो भ्रष्टाचारियों के खिलाफ इतना बड़ा कदम नहीं उठा पाता। वोट की ताकत की वजह से ही यह सब हो रहा है।”
उन्होंने गाजीपुर के प्यार को सूद समेत लौटाने का वादा करते हुए कहा कि गोरखपुर में खाद कारखाना के कायाकल्प के बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था। लेकिन इसे जिंदा करने का काम किया गया है। यहां के किसानों का भाग्य बदल गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वाचल के लोग बीमार होते तो इलाज के लिए भटकते थे। इस परेशानी को भी दूर करने का काम किया गया है।
इससे पूर्व प्रधानमंत्री ने मऊ-ताड़ीघाट के बीच गंगा नदी पर रेल सह सड़क पुल और गाजीपुर सिटी-बलिया रेल खंड के दोहरीकरण का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने गाजीपुर सिटी और कोलकाता के बीच साप्ताहिक सुपरफास्ट ‘शब्दभेदी’ एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
–आईएएनएस
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