जयपुर, 5 अक्टूबर (जस)। भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के तत्वाधान में उदयपुर जिले में रानी रोड स्थित हरिश्चन्द्र माथुर, राजस्थान राज्य लोक प्रशासन संस्थान में वस्तु एवं सेवा कर पर आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में मंगलवार को केन्द्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित किया।
मेघवाल ने प्रस्तावित कर व्यवस्था के केन्द्रीय उत्पाद एवं सीमाशुल्क विभाग तथा राज्य वाणिज्यिक कर विभाग के प्रशिक्षणार्थी अधिकारियों से सुझाव भी आमंत्रित किए। उन्होंने वस्तु एवं सेवा कर को एक देश एक कर व्यवस्था के रूप में लागू किए जाने का लक्ष्य निर्धारित होना बताया। इस नवीन कर व्यवस्था में व्यवहारी को देश के विभिन्न राज्यों में लागू अलग अलग कर कानून के स्थान पर संंपूर्ण देश में एक ही कर व्यवस्था लागू किया जाना जाहिर किया।
मंत्री ने जी.एस.टी. के सफल क्रियान्वयन के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार के अप्रत्यक्ष कर विभागों को परस्पर सहयोगी वातावरण में कार्य करने की अनिवार्यता पर बल दिया। उन्होंने जी.एस.टी. को वर्तमान अन्तर्राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में स्वीकार्य नवीन एवं आधुनिक कर प्रणाली के साथ व्यवसाय के अनूकुल एक सरलीकृत एवं सुगम कर प्रणाली बताया तथा वस्तु एवं सेवा कर के क्रियान्वयन पर राष्ट्र की सकल आय में वृद्धि की संभावनाओं पर विचार व्यक्त किए।
प्रारंभ में केन्द्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क आयुक्त सी.के. जैन ने मंत्री मेघवाल का स्वागत किया। एचसीएम. रीपा की निदेशक विनीता बोहरा ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में अवगत करवाया तथा वाणिज्यिक कर विभाग की उपायुक्त (प्रशासन) प्रज्ञा केवलरमानी ने आभार व्यक्त किया गया।
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