रायपुर, 5 अक्टूबर (जस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह से बुधवार को यहाँ उनके निवास कार्यालय में प्रगतिशील किसानों मुंगेली के श्रीकांत गोवर्धन और धमतरी जिले के कुरुद विकासखंड के गांव जुगरदेही के भोला राम साहू ने सौजन्य मुलाकात की। श्रीकांत गोवर्धन को उन्नत कृषि और कृषि के यंत्रीकरण के लिए वर्ष 2001 में राज्य शासन ने डॉ खूबचंद बघेल अलंकरण से सम्मानित किया है। जुगरदेही के भोला राम साहू को प्रति हेक्टेयर धान के सर्वाधिक उत्पादन के लिए वर्ष 2014 में नई दिल्ली में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने राष्ट्रीय कृषि कर्मण पुरस्कार से सम्मानित किया है। मुख्यमंत्री ने इन दोनों प्रगतिशील किसानों को उनकी शानदार उपलब्धियों के लिए बधाई और शुभकामनायें दी और उनसे उनकी खेती के तरीके के सम्बन्ध में जानकारी ली।
दोनों किसानों ने प्रदेश में उन्नत खेती के लिए ‘कृषि पयर्टन’ को बढ़ावा देने की जरूरत बताते हुए कहा कि किसान उसी पर विश्वास करता है, जो देखता है। उन्होंने ‘हमर छत्तीसगढ़’ योजना में कृषि विश्वविद्यालय के भ्रमण की व्यवस्था को काफी उपयोगी बताया। उन्होंने समय-समय पर किसानों के लिए आयोजित होने वाले कृषि प्रशिक्षण कार्यक्रम को उपयोगी बताते हुए इसके लिए वास्तविक किसानों के चयन को आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि नलकूप खनन के लिए किसानों को तभी अनुदान दिया जाना चाहिए, जब वे नलकूप की रिचार्जिंग की व्यवस्था कर लें। इससे जल स्तर में कमी नहीं होगी।
गोवर्धन ने मुख्यमंत्री को बताया कि वे सौर ऊर्जा वाले सिंचाई पम्प का उपयोग भी करते हैं। उन्होंने गन्ने की खेती के संबंध में बताया कि वे गन्ने की दो कतार लगाने के बाद लगभग आठ फीट की जगह छोड़ देते हैं, फिर अगली कतार लगाते हैं, इससे गन्ने को सूर्य की रोशनी पर्याप्त मात्रा में मिलती है, इससे गन्ना अच्छा बढ़ता है। उन्होंने बीज बोनी यंत्र में अपने खेत की मिट्टी के अनुकूल परिवर्तन कर इसे और भी अधिक उपयोगी बनाया है। वे धान की छह सुगंधित किस्मों को कई पीढ़ियों से संरक्षित करते आ रहे हैं। उन्हें इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा कृषि वैज्ञानिक का दर्जा भी दिया गया है। दोनों ही किसान गर्मियों में धान की हाईब्रिड किस्मों के बीज का उत्पादन भी करते हैं। इससे उन्हें अच्छी आमदनी होती है।
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