रायपुर, 07 अक्टूबर (जस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि राज्य के आदिवासी बहुल बस्तर अंचल को नक्सल हिंसा के दर्द से बहुत जल्द मुक्ति मिलेगी और बस्तर निकट भविष्य में विकास के गीत गाएगा। वहां के गांवों और वनों में ढोल और मांदल की स्वर लहरियां गूंजेंगी। राज्य सरकार बस्तर में एक नई पीढ़ी के निर्माण में लगी है। डॉ. सिंह शुक्रवार को बस्तर संभाग के जिला मुख्यालय दंतेवाड़ा में एक विशाल जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर 231 करोड़ से ज्यादा के विकास कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन और शिलान्यास किया।
डॉ. सिंह ने मां दंतेश्वरी के इस नगर के हाई स्कूल मैदान में जनता को सम्बोधित करते सभी लोगों को शारदीय नवरात्रि की बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि मां दंतेश्वरी के आशीर्वाद से डॉ. रमन का एक सपना उस दिन पूरा होगा जब बस्तर संभाग के सभी सातों जिलों में कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और वन मंडलाधिकारी (डीएफओ) जैसे पदों पर हम सब बस्तर की धरती के बेटे-बेटियों को जनता की सेवा करते हुए देखेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की यह तैयारी है कि हमारे ही बीच के बेटे-बेटियां संघ लोकसेवा आयोग की प्रतियोगी परीक्षाओं में चयनित होकर इन उच्च प्रशासनिक पदों पर काम करें।
उन्होंने राज्य और केन्द्र सरकार की योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि सभी योजनाएं आम जनता की बेहतरी के लिए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के पांच करोड़ गरीब महिलाओं को उज्ज्वला योजना की सौगात दी है। इस योजना में निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन दिए जा रहे हैं। पहला सिलेण्डर भी मुफ्त दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में 25 लाख परिवारों को इसका लाभ मिलेगा। महिलाओं को रसोई घर के धुएं से मुक्ति मिलेगी और लगभग 12 करोड़ पेड़ कटने से बचेंगे। मुख्यमंत्री ने दंतेवाड़ा प्रवास का जिक्र करते हुए कहा कि नवरात्रि में यहां आने पर मुझे नई ऊर्जा मिलती है।
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