जयपुर, 8 अक्टूबर (जस)। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा है कि तहसील, उपखण्ड एवं जिला स्तर पर अधिकारी जनसमस्याओं को गंभीरता से लेते हुए उनका त्वरित समाधान करें, ताकि लोगों को ऎसी समस्याओं को लेकर जनसुनवाई में जयपुर तक नहीं आना पडे़। उन्होंने कहा कि राजस्व मामलों से जुडे़ अधिकारी त्वरित ढंग से प्रकरणों का निस्तारण करें।
राजे शनिवार को 8 सिविल लाइन्स पर जनसुनवाई के दौरान बीकानेर संभाग के बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़ एवं श्रीगंगानगर जिलों से आए लोगों के अभाव अभियोग सुन रही थी। मुख्यमंत्री ने संवेदनशीलता और आत्मीयता के साथ लोगों की समस्याएं सुनी और उनकी परिवेदनाएं लेकर संबंधित अधिकारियों को शीघ्र कार्यवाही कर आमजन को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। जनसुनवाई में सैंकड़ों किलोमीटर दूर से आए फरियादी जब मुख्यमंत्री को अपनी समस्याएं बताकर लौट रहे थे तो उनके चेहरे पर संतोष के भाव दिखाई दे रहे थे।
वसुन्धरा ने कहा कि संभागवार जनसुनवाई की पहल इसलिए की गई है ताकि पता चल सके कि किन-किन जिलों में जन समस्याओं का प्रभावी निस्तारण हुआ है। जनसुनवाई के दौरान बीकानेर संभाग में नहरी क्षेत्र में अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुंचने की शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने इंदिरा गांधी नहर परियोजना से जुडे़ अधिकारियों को निर्देश दिए कि मौके पर जाकर वस्तु स्थिति का पता लगाएं और पानी नहीं पहुंचने की समस्या का उचित निराकरण करें।
मुख्यमंत्री ने किसानों की निजी खातेदारी भूमि से जिप्सम की परत हटाने के परमिट की अधिसूचना शीघ्र जारी करने के निर्देश दिए, ताकि किसानों को हो रही परेशानी दूर की जा सके। उन्होंने कहा कि इससे भूमि की उत्पादकता में सुधार होगा और जल भराव भी कम होगा। उन्होंने किसानों को सलाह दी कि फसलें ऎसी उगाएं जिनमें कम पानी की जरूरत हो।
बीकानेर जिले में बिजली आपूर्ति से जुड़ी समस्याओं पर मुख्यमंत्री ने कहा कि छीजत कम करें, ताकि सही ढंग से बिजली आपूर्ति हो सके। उन्होंने कहा कि छीजत कम हो जायेगी तो विद्युत लाइनों में सुधार और ट्रांसफार्मर लगाने सहित फीडर सुधार के काम हो सकेंगे। उन्होंने डिस्कॉम इंजीनियरों को छीजत कम करने के लिए प्रभावी ढंग से कार्य करने के निर्देश दिए।
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