शिमला, 24 अक्टूबर (जस)। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा है कि किसी भी स्कूल को अपनी रजत जयन्ती मनाना गौरव की बात है, विशेषकर जब किसी संस्थान द्वारा शिक्षा एवं अनुशासन के उच्च मानकों को बनाएरखने के लिए देश भर में अपनी अलग पहचान स्थापित करने के साथ-साथ विद्यार्थियों के कैरियर को आकार देने में सहायता प्रदान की जा रही हो, जिससे वे तेजी से बदलते परिवेश मेंजीवन में आने वाली असीमित चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बन सकें। सरकार ने हमेशा ही गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करने पर बल दिया है।
वीरभद्र ने यह बात हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के प्रसिद्ध पर्वतीय एवं पर्यटन क्षेत्र कसौली के समीप शिवालिक पर्वतमाला की गोद में बसे पाईन ग्रोव स्कूल के रजत जयन्ती समारोह के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि कही।
उन्होंने कहा कि पाईन ग्रोव स्कूल द्वारा प्रदान की जा रही गुणात्मक शिक्षा सराहनीय है। उन्होंने कहा कि शिक्षा एक मूलभूत आवश्यकता है तथा गुणात्मक एवं उच्च शिक्षा के बिना हमअन्य देशों से प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकते।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि ‘मैं उम्मीद करता हूं कि प्रत्येक बच्चा अच्छी से अच्छी शिक्षा हासिल करे और सरकार में रहते इस अति आवश्यक जिम्मेवारी को हम सुनिश्चित बना सकते हैं’।उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने विद्यार्थियों की शिक्षण एवं व्यावसायिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अनेक नीतियां कार्यान्वित की हैं। आज हिमाचल प्रदेश में अकेले सरकारी क्षेत्र में 15,500 से अधिक पाठशालाएं तथा 115 डिग्री कॉलेज हैं। प्रदेश सरकार बच्चों को प्राथमिक एवं वरिष्ठ स्कूल शिक्षा से लेकर उच्च एवं व्यावसायिक शिक्षा तक विशेष बल प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के इन प्रयासों में निजी शिक्षण संस्थान भी पूरक एवं सहयोगी बन रहें हैं।
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