भोपाल, 26 अक्टूबर (जस)। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कलेक्टर-एस.पी. कांफ्रेंस में विकास का 11 सूत्री एजेण्डा दिया। चौहान ने कहा कि सुशासन के सपने को साकार करने के लिये पूरी ताकत से काम करें। यह बेहतर कार्य करने और लोगों की तकलीफों को दूर करने का अवसर है।
शिवराज ने कहा कि 11 सूत्री एजेंडे में सुशासन और भ्रष्टाचार रहित स्वच्छ प्रशासन, पाँच वर्ष में कृषि आय को दोगुना करना, लघु-कुटीर उद्योगों को बढ़ाना, निवेश से समृद्धि, विकास कार्य समय पर गुणवत्ता के साथ, शिक्षा-स्वास्थ्य, पर्यटन को बढ़ावा, गरीब कल्याण एजेंडा, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, कुपोषण को समाप्त करना तथा बेहतर कानून-व्यवस्था की स्थिति शामिल है। उन्होंने कहा कि इस 11 सूत्री एजेण्डे में स्पष्ट लक्ष्य तय किये गये हैं। अधिकारी इनका क्रियान्वयन करें। तीन माह बाद वीडियो कांफ्रेंस तथा 6 माह बाद कलेक्टर-एस.पी.कांफ्रेंस में इसकी समीक्षा की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेक्टर तथा एस.पी. इस एजेण्डे के क्रियान्वयन के लिये जिलों में नेतृत्व करें। जन-कल्याणकारी योजनाओं का लाभ समय पर लोगों को पहुँचायें। नये उद्यमी तैयार करें। निवेश के रास्तें में आने वाली बाधाओं को दूर करें। विकास के कार्य समय से और गुणवत्ता के साथ पूर्ण करवायें। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार के लिये कार्य करें। अपने जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना बनायें। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान से समाज के सभी वर्गों को जोड़ें। बेहतर कानून-व्यवस्था के लिये तालमेल से कार्य करें। उन्होंने कहा कि आगामी 4 दिसम्बर को मध्यप्रदेश का गरीब कल्याण एजेंडा जंबूरी मैदान में होने वाले कार्यक्रम में घोषित किया जायेगा।
शिवराज सिंह चौहान ने बैठक में कानून-व्यवस्था की स्थिति की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अवांछित गतिविधियों पर कड़ी नजर रखें। किसी भी कीमत पर आतंकवाद से जुड़ी गतिविधियों को पनपने नहीं दें। जेलों की सुरक्षा पर कड़ी निगरानी रखें। कलेक्टर और एस.पी. सुनिश्चित करें कि बिना अनुमति के नये धार्मिक स्थल नहीं बनाये जायें। समाज को बाँटने वाली प्रवृत्तियों को रोके। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जन-कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन कर लोगों को लाभ दिलायें।
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