चंडीगढ़, 15 नवम्बर (जस)। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने करनाल में डेरा कार सेवा में श्री गुरू नानक देव धर्मशाला के पट्ट के शिलान्यास के उपरांत गुरू नानक देव जी के प्रकाश उत्सव पर आयोजित एक कार्यक्रम में साध-संगत को सम्बोधित करते हुए घोषणा की कि डेरा कार सेवा में एक लाख स्क्वायर फुट में चार मंजिल वाली श्री गुरू नानक देव धर्मशाला का निर्माण होगा, जिसमें 52 कमरे और दो बडे हाल होगें और डेरा कार सेवा में एक बडी लाईट की व्यवस्था भी की जाएगी, जिसको नगर निगम या हुडा द्वारा लगाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पार्किंग की व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन के अधिकारी काम करेगें। मुख्यमंत्री ने अपने ऐच्छिक कोष से धर्मशाला के निर्माण हेतु 21 लाख रुपये देने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरू नानक देव ने उस समय जन्म लिया, जब हमारा देश मुगलों के अधीन था। मैं गुरू नानक देव को रब का अवतार मानता हूं, जन्म के समय सारा देश गुलाम था। उनके जन्म लेते ही समाज से अंधेरा छंटने लगा। उन्होंने भक्ति अंदोलन चलाया, गीतों और रागों के द्वारा जनता को जगाने का काम किया। श्री गुरू नानक देव जी के हाथों में बरकत थी। काम भी करना है और रब का नाम भी जपना है तभी समाज सुखी रहेगा। जाति-पाति की भावना से उपर उठकर रहने का संदेश भी गुरू नानक देव जी द्वारा दिया गया। यह संदेश आज भी पूरी तरह से कायम है और इस संदेश को हमें आगे भी कायम रखना है।
मनोहर लाल ने यह भी कहा कि अत्याचारों को दूर करने के लिए बंदा बहादुर सिंह ने हथियार उठाए और जनता के बीच राष्ट्र भक्ति की भावना को पैदा किया, लोग उनकी सेना में भर्ती होते चले गए। उस समय मीरा बाई और संत कबीर ने भी समाज को जागृत करने में बहुत बड़ा योगदान दिया। जब हम आजाद होने को थे, अंग्रेजों ने हमें काबू कर लिया लेकिन बाद में भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव सहित काफी संख्या में क्रांतिकारियों ने राष्ट्र की आजादी का बिगुल बजा दिया और हम आजाद हो गए।
मुख्यमंत्री ने अपनी अभिव्यक्ति के दौरान आगे कहा कि सरकार के पास जनता की सेवा के लिए बजट होता है वो भी जनता का ही होता है जोकि विकास के कार्यों में जनहित में खर्च किया जाता है।
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