शिमला, 17 नवंबर (जस)। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अपने धर्मशाला प्रवास के दौरान गुरूवार को रककड़ (ठेहडू) में लगभग 50 लाख रुपये की लागत से निर्मित हवाई पट्टी तथा सोकणी दा कोट-रक्कड़ पंचायत को जोड़ने वाले 1.33 करोड़ रुपये की लागत से मनुणी खड्ड पर निर्मित पुल सहित विभिन्न विकास परियोजनाओं के उद्घाटन किए।
मुख्यमंत्री ने राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला में 6.70 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 1000 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता के एक भव्य सभागार का भी लोकार्पण किया।
कालेज सभागार को समर्पित करने के उपरान्त जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सभागार की आधारशिला भी स्वयं उन्होंने रखी थी और अन्ततः एक उत्कृष्ट सभागार बनकर तैयार हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार इस कालेज को एक आदर्श कालेज के रूप में देखती है और हमेशा ही इस कालेज की उन्नति एवं विकास के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने के प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी विकास का पर्याय है तथा उच्च अध्ययन केन्द्रों सहित समस्त शिक्षण संस्थानों में अधोसंरचना विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हिमाचल शिक्षा तथा समावेशी विकास के क्षेत्र में देश के बड़े राज्यों की श्रेणी में सर्वश्रेष्ट बनकर उभरा है, और हमें इस पर गर्व है। उन्होंने कहा कि कक्षा सत्रों को और अधिक संवादात्मक, सूचना एवं मनोरंजनप्रद्ध बनाने के साथ-साथ आधुनिक शिक्षण उपकरण उपलब्ध करवाना समय की आवश्यकता है।
उन्होंने धर्मशाला में 23 लाख रुपये की लागत से स्थापित क्षेत्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की कर्षण लिफ्ट का भी उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री ने नरवाणा में 4.80 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाली शालिग-जुटेहर जलापूर्ति योजना तथा बरवाला में 5 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली कनेड़-बरवाला जलापूर्ति योजनाओं की आधारशिलाएं भी रखीं।
उन्होंने 2.33 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले मौली-ठेड-सोकणी द कोट से पंचायत घर पटोला सड़क के शेष कार्य के लिए भूमि पूजन भी किया।
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