केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केन्द्रीय बजट 2020 (Budget 2020) प्रस्तुत करते हुए कहा कि वेलनेस, जल एवं स्वच्छता (Wellness, Water and Sanitation) के अंतर्गत समग्र स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 69,000 करोड़ रुपये का आवंटन प्रस्तावित किया गया है।
केन्द्रीय बजट 2020 (Budget 2020) में वेलनेस (Wellness) , जल (,Water) एवं स्वच्छता ( Sanitation) की विभिन्न मदों का ब्यौरा निम्न प्रकार हैः
- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana) (पीएम जय) के लिए 6400 करोड़ रुपये (69,000 करोड़ रुपये में से) का आवंटन :
- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम जय) के अंतर्गत 20,000 से भी अधिक अस्पतालों (Hospitals) को पैनल में पहले ही शामिल किया जा चुका है।
- पीपीपी व्यवस्था के तहत अस्पतालों के निर्माण के लिए कम पड़ रही राशि के इंतजाम (वायबिलिटी गैप फंडिंग या वीजीएफ) वाली विंडो अथवा प्रकोष्ठ बनाने का प्रस्ताव किया गया है।
- उन आकांक्षी जिलों को पहले चरण में कवर किया जाएगा, जहां आयुष्मान से जुड़े पैनल में कोई भी अस्पताल नहीं है।
- केन्द्रीय बजट 2020 (Budget 2020) में मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग करने वाली उपयुक्त निवारणकारी व्यवस्था के जरिए बीमारियों को लक्षित किया जाएगा।
- जन औषधि केन्द्र योजना(Jan Aushadhi Kendra Scheme) के तहत वर्ष 2024 तक सभी जिलों में 2000 दवाओं और 300 शल्य चिकित्सा की पेशकश की जाएगी।
- ‘टीबी हारेगा देश जीतेगा’ अभियान शुरू किया गया – वर्ष 2025 तक तपेदिक को समाप्त करने की प्रतिबद्धता।
- केन्द्रीय बजट 2020 (Budget 2020) में जल जीवन मिशन के लिए 3.60 लाख करोड़ रुपये मंजूर :
- वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 11,500 करोड़ रुपये
- स्थानीय जल स्रोतों की संख्या बढ़ाना, मौजूदा जल स्रोतों का पुनर्भरण और जल संचय तथा खारेपन को दूर करने को प्रौत्साहन देना।
- केन्द्रीय बजट 2020 (Budget 2020) प्रस्तुत करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि10 लाख से अधिक की आबादी वाले शहरों को चालू वित्त वर्ष के दौरान ही इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
- केन्द्रीय बजट 2020 (Budget 2020) में वर्ष 2020-21 में स्वच्छ भारत मिशन (Clean India Mission) के लिए 12,300 करोड़ रुपये का आवंटन:
- ओडीएफ से जुड़ी प्रवृत्ति को बनाए रखने के लिए ‘ओडीएफ-प्लस’ के लिए प्रतिबद्धता।
- द्रव एवं धूसर जल के प्रबंधन पर विशेष बल
- ठोस अपशिष्ट के संग्रह, स्रोत पर ही अपशिष्ट को अलग-अलग करना एवं प्रोसेसिंग पर भी फोकस