पूर्णिया, 20 अगस्त | बिहार के पूर्णिया में शनिवार को सात किलोमीटर लंबा तिरंगा लहराया। इस तिरंगे को मानव श्रृंखला की तरह राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-31 पर पूर्णिया जीरो माइल से बरसोनी गांव तक सजाया गया। आयोजकों ने दावा किया है कि यह तिरंगा अब तक का विश्व का सबसे बड़ा तिरंगा है जो रिकार्ड बनाएगा। तिरंगे का पूर्णिया में सार्वजनिक प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम के आयोजन को लेकर पूर्णिया के लोग खासे उत्सुक दिखे।
इससे पहले यह कार्यक्रम 15 अगस्त को होना था, लेकिन सुरक्षा कारणों से जिला प्रशासन ने इसके लिए 20 अगस्त को अनुमति दी।
कार्यक्रम में काफी संख्या में स्कूली बच्चे, 2,000 वोलेंटियर के अलावा हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्णिया के जिलाधिकारी पंकज कुमार पाल और पुलिस अधीक्षक (एसपी) निशांत तिवारी ने किया।
मानव श्रृंखला पूर्णिया जीरो माइल एनआरएल पेट्रोल पम्प से डगरुआ तक बनाई गई, जहां तक तिरंगे का अंतिम छोर था। इस तिरंगे में अशोकचक्र नहीं है। इस आयोजन में 14 स्कूल के बच्चे, कालेजों के छात्र और जिले के कई संगठनों के लोग शामिल हुए।
कार्यक्रम के आयोजक और सामाजिक कार्यकर्ता सुनील सुमन ने दावा किया है कि यह विश्व का सबसे लंबा तिरंगा है। यह आयोजन गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में शामिल होने के लिए किया गया है। इस मौके पर सुरक्षा का भारी इंतजाम किया गया था।
उल्लेखनीय है कि यह आयोजन 15 अगस्त को ही किया जाना था, लेकिन प्रशासन ने इसकी तिथि बढ़ा दी थी। 15 अगस्त को जब जिला प्रशासन ने इस पर रोक लगाई थी, तब शहर के लोग आक्रोशित हो गए थे।
इसके बाद पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक निशांत कुमार तिवारी ने पूरे मामले को बेहद गंभीरता से लिया और लोगों से संवाद स्थापित कर कार्यक्रम के लिए 20 अगस्त की तारीख तय कर दी। यही वजह है कि पूर्णिया के इस युवा एसपी को इस सफल कार्यक्रम का नायक कहा जा रहा है।
सुमन ने बताया कि इस तिरंगे के निर्माण के लिए सूरत से कपड़ा मंगाया गया था, जिससे करीब 7100 मीटर लंबा झंडा तैयार कराया गया। –आईएएनएस
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