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अगले दशक में 90 लाख अतिरिक्त नर्सों और दाईयों की आवश्यकता

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी भरे अंदाज़ में कहा है कि अगले दशक में अगर स्वास्थ्य सेवाओं तक सभी लोगों की पहुंच सुनिश्चित करने के सपने को साकार करना है तो उसके लिए 90 लाख अतिरिक्त नर्सों और दाईयों (nurses and midwives) की आवश्यकता होगी।

इसी उद्देश्य के साथ इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी और उसके साझेदार संगठन इन महत्वपूर्ण स्वास्थ्यकर्मियों में अधिक निवेश करने की वकालत करेंगे।

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के महानिदेशक डॉक्टर टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस ने कहा कि, “नर्सें और दाईयां (nurses and midwives) हर स्वास्थ्य प्रणाली की रीढ़ हैं: 2020 में हम सभी देशों से नर्सों और दाईयों पर निवेश करने का आह्वान करते हैं ताकि सर्वजन तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने की प्रतिबद्धता पूरी हो सके। ”

Photo :  UNICEF/Vishwanathan : भारत के श्रावस्ती में गर्भवती महिला की जांच करती एक स्वास्थ्य कर्मचारी.

आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक फ़्लोरेंस नाइटेंगल के जन्म के 200 साल पूरे होने पर 2020 को ‘नर्स और दाई  (nurse and midwive)के अंतरराष्ट्रीय वर्ष’ के रूप में मनाया जा रहा है।

यह उन स्वास्थ्यकर्मियों को सम्मान देने का एक अवसर है जो दुनिया भर में लोगों को विभिन्न आवश्यक सेवाएं प्रदान करते हैं।

बीमारियों की रोकथाम, निदान और इलाज के साथ-साथ प्रसव के दौरान देखभाल करने जैसी विशेषज्ञ सेवाओं के अलावा, नर्स और दाईयां (nurses and midwives) मानवीय आपात स्थिति और संघर्ष में फंसे लोगों को भी सेवाएं प्रदान करती हैं।

यूएन एजेंसी के अनुसार विश्व भर में 2 करोड़ 20 लाख नर्सें और 20 लाख दाईयां हैं जो वैश्विक स्वास्थ्य कर्मचारियों की कुल संख्या का आधा हिस्सा हैं।

हालांकि नए दशक के अंत से पहले सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के वादे को पूरा करने के लिए दुनिया को 1 करोड़ 80 लाख अतिरिक्त स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की ज़रूरत होगी जिनमें लगभग आधी संख्या नर्सों और दाईयों (nurses and midwives)  की है।

सितंबर 2019 में एक उच्चस्तरीय बैठक में विश्व नेताओं संयुक्त राष्ट्र की एक बैठक में  सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के वादे को मूर्त रूप देने का संकल्प लिया है।

इस पूरे वर्ष यूएन एजेंसी विभिन्न उपायों के ज़रिए ये सुनिश्चित करेगी कि नर्सें और दाईयां (nurses and midwives) अपना काम पूरी क्षमता के साथ कर सकें।

इसके लिए कई प्रमुख क्षेत्रों में निवेश किया जाएगा: अधिक विशेषज्ञ नर्सों (nurses) की नियुक्ति, दाईयों और नर्सों (nurses) को प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के केंद्र में लाना और अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने व बीमारी की रोकथाम में उनकी भूमिका।