लखनऊ, 25 फरवरी । उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के बाद पीस पार्टी अध्यक्ष डॉ. अयूब भी यौन शोषण में मामले में फंस गए है। पीस पार्टी के अध्यक्ष तथा विधायक डॉ. अयूब पर यौन शोषण और गलत दवा देने का आरोप लगाने वाली युवती की मौत के बाद शनिवार को राजधानी के मडियांव थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
मृतका के भाई की ओर से डॉ. अयूब के खिलाफ दुष्कर्म, धमकी, गाली-गलौच तथा गैर इरादतन हत्या करने का मामला दर्ज किया गया है।
डॉ. अयूब पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली संतकबीरनगर निवासी युवती की शुक्रवार देर रात लखनऊ के ट्रामा सेंटर में मौत हो गई थी।
इस युवती के परिवारवालों ने डॉ. अयूब पर पढ़ाने और नौकरी के नाम पर यौन शोषण करने का आरोप लगाया। साथ ही परिवार के लोगों ने डॉक्टर अयूब पर युवती को गलत इलाज करने का आरोप लगाया है। इनके मुताबिक गलत दवा के कारण पीड़िता की हालात बिगड़ गई। जिसे इलाज के लिए सहारा अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालात नाजुक देखते हुए डॉक्टरों ने जवाब दे दिया तो शुक्रवार को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था पर रात में ही उसकी मौत हो गई।
पीड़िता की मां ने कहा कि आरोपी अपने फ्लैट पर उसकी बेटी का शारीरिक शोषण करता था। जब बेटी की तबियत खराब हुई तो उसे इलाज के लिए बुला लिया और गलत दवा चलाने लगा। युवती की मां व भाई का आरोप है कि सोची-समझी रणनीति के तहत डॉ. अयूब ने पीड़िता को टीबी व अन्य दवाओं की लंबी डोज चलाई, जबकि उसे टीबी संबंधी कोई बीमारी नहीं थी। सात माह तक चली दवा से युवती की हालत गंभीर हो गई। इसके बाद आरोपी डॉ. अयूब ने इलाज करना बंद कर दिया। यही नहीं आरोपी ने युवती से दूरी बना ली और पास आने पर जान से मारने की धमकी दी।
पुलिस ने बताया कि मृतका के भाई की ओर से डॉ. अयूब के खिलाफ दुष्कर्म, धमकी, गाली-गलौच तथा गैर इरादतन हत्या करने का मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले का सही खुलासा होगा। वहीं डॉ. अय्यूब इसे विरोधी पार्टियों की साजिश बता रहे हैं। (आईएएनएस/आईपीएन)
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