Players in action during a 2016 Kabaddi World Cup match between Poland and Iran in Ahmedabad

हमारे लिए ईरान पर जीत काफी मायने रखती है : पोलैंड

अहमदाबाद, 18 अक्टूबर | किसी को उम्मीद नहीं थी कि पोलैंड की टीम कबड्डी में कभी ईरान को हरा सकती है लेकिन पोलिश खिलाड़ियों ने अपनी ऊर्जा और दमखम की बदौलत सोमवार को ऐसा कर दिखाया। पोलैंड के कप्तान माइकल स्पीज्को ने कहा है कि उनकी टीम की यह जीत कई मायनों में अहम है और उनके देश में कबड्डी के विकास की दिशा में एक बड़ा कारक बन सकती है।

पोलिश कप्तान ने हालांकि स्वीकार किया कि ईरान के खिलाफ मिली जीत उनके लिए भी चौंकाने वाली है लेकिन उनकी टीम को हमेशा से भरोसा था कि वह एक न एक दिन ऐसा कुछ जरूर कर सकती है। माइकल ने कहा कि उन्हें अपने साथियों के दमखम पर भरोसा था और आखिरकार अंतिम मैच में ही सही लेकिन उनके साथिथों ने एक कारनामा कर दिखाया।

 फाइल फोटो : कबड्डी वर्ल्ड कप के एक मैच का दौरान पोलैंड व ईरान के खिलाडी            –आईएएनएस

माइकल ने कहा, “विश्व कप में हमारा प्रदर्शन हमारे देश में कबड्डी के विकास में काफी अहम साबित होगा। हम दुनिया को यह दिखाना चाहते थे कि हम क्या कर सकते है। मैं हमेशा से मानता रहा हूं कि हमारे देश में इस खेल का भविष्य उज्‍जवल है और अगर हम कबड्डी विश्व कप जीत सके तो यह इसके विकास के सफर में चार चांद लगा देगा। हम बेशक विश्व कप नहीं जीत सकें, लेकिन ईरान जैसी टीम पर जीत ने हमें आत्मबल और साहस दिया है।”

उल्लेखनीय है कि पोलिश टीम ने द एरेना बाय ट्रांसस्टेडिया में दर्शकों का समर्थन बिल्कुल न मिलने के बेहद मजबूत और दो बार एशियाई खेलों में रजत पदक जीत चुकी ईरानी टीम को 41-25 के अंतर से हराया। यह इस टूर्नामेंट में पोलैंड की दूसरी जीत थी।

बेशक इस टीम ने अपने तीन मैच काफी बड़े अंतर से गंवाए हों लेकिन ईरान जैसी शक्तिशाली टीम को हराकर अब इसने साबित कर दिया है कि उसका विश्व कप में हिस्सा लेने आना जाया नहीं गया।

जीत का अंतर बताता है कि पोलैंड ने किस बहादुरी से ईरान का सामना किया। इस मैच में पोलैंड की जीत के हीरो रहे कप्तान माइकल कुल 12 अंक अपनी टीम के लिए जुटाए। इसके अलावा पियोट पामूलाक ने नौ अंक जुटाए। जान बारानोविक को आठ अंक मिले।

प्रो कबड्डी लीग में खेल चुके माइकल ने कहा कि भारत और दुनिया के श्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ खेलते हुए उन्होंने काफी कुछ सीखा और अपने साथियों को उसकी जानकारी दी। माइकल ने कहा, “मैंने सीखा कि इस खेल में रफ्तार और फुर्ती की कितनी जरूरत होती है। हमारे देश में फुटबाल और कुश्ती काफी प्रचलित हैं और इन्हें खेल चुके खिलाड़ी कबड्डी के लिए जरूरी ताकत और फुर्ती हासिल कर सकते हैं। ईरान के खिलाफ हमारी जीत में फिटनेस ने अहम किरदार निभाया।”

पोलैंड ने कबड्डी विश्व कप की शुरुआत केन्या के साथ एक करीबी मैच से की। वह यह मैच 48-54 के अंतर से हार गया। अगले मैच में हालांकि उसे थाईलैंड ने 65-25 के भारी अंतर से हराया। इसके बाद पोलैंड का सामना जापान से हुआ लेकिन अच्छा खेलने के बाद भी पोलिश टीम अनुभव की कमी के कारण यह मैच 22-33 के अंतर से हार गई।

पोलिश टीम ने इसके बाद जबरदस्त वापसी की और अमेरिका के खिलाफ 75-29 से जीत हासिल की। यह इस टूर्नामेंट का सबसे बड़ा स्कोर था, जिसे सोमवार को बांग्लादेश ने तोड़ दिया।              –आईएएनएस