नई दिल्ली, 5 मार्च | बायोमिट्रिक्स डाटा के दुरुपयोग की कोशिश के प्रयास की एक घटना को स्वीकार करते हुए यूनिक आईडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) ने रविवार को कहा कि उसके द्वारा नामांकित की गई लोगों की सूचना सुरक्षित है। यूआईडीएआई का स्पष्टीकरण आधार डाटा की सुरक्षा में सेंध की हालिया खबरों के मद्देनजर आया है।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “यह एक बैंक के व्यापार संवाददाता कंपनी में कार्यरत एक कर्मचारी से संबंधित एकमात्र मामला है, जो यूआईडीएआई की आंतरिक सुरक्षा प्रणाली की पकड़ में आ गया और उसके साथ ही आधार अधिनियम के तहत कार्रवाई शुरू कर दी गई है।”
मंत्रालय के अनुसार, “विभिन्न प्रिंट और सोशल मीडिया में पिछले कुछ दिनों में आ रही आधार डाटा में सेंध, बायोमिट्रिक्स के दुरुपयोग, निजता में सेंध और समानांतर डाटा बेस के सृजन जैसी गलत सूचनाओं के मद्देनजर यूआईडीएआई ने कहा है कि उसने इन रिपोर्ट्स को ध्यान से देखा है और वह जोर देकर कहना चाहती है कि आधार के यूआईडीएआई डाटाबेस में कोई सेंध नहीं लगी है और यूआईडीएआई के पास लोगों का व्यक्तिगत डाटा बिल्कुल सुरक्षित है।”
मंत्रालय के मुताबिक, यूआईडीएआई डाटा के हस्तांतरण और भंडारण के लिए दुनिया की सबसे उन्नत एन्क्रिप्शप तकनीक का प्रयोग करती है।
बयान के मुताबिक, “इसके परिणामस्वरूप पिछले सात सालों में यूआईडीएआई से किसी भी नागरिक के डाटा में सेंध लगने की कोई खबर नहीं आई है।”
बयान के मुताबिक, “यूआईडीएआई लगातार अपने सुरक्षा मापदंडों को अपडेट कर रहा है और साइबर दुनिया में पैदा हो रहे नए खतरों पर ध्यान दे रहा है।”–आईएएनएस
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