देश में इस समय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) में लगभग 80 लाख महिला उद्यमी (women entrepreneurs) हैं और पिछले 5 वर्षों में पीएमईजीपी के तहत महिला उद्यमियों द्वारा लगभग 38% की वृद्धि के साथ उद्यमों की स्थापना हो रही है।
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari ) ने यह जानकारी शुक्रवार 6 मार्च, 2020 की शाम नई दिल्ली में महिला उद्यमी (women entrepreneurs) सशक्तिकरण सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए दी।
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार एमएसएमई उत्पादों के विपणन के लिए अलीबाबा मंच की तर्ज पर एमएसएमई क्षेत्र के लिए एक नई वेबसाइट शुरू करने पर काम कर रही है।
गडकरी ने कहा कि सरकार महिला उद्यमियों (women entrepreneurs) के साथ कोई भेदभाव नहीं करने के लिए प्रतिबद्ध है ।
Photo : Union Minister Gadkari felicitated women entrepreneurs at the Conference
गडकरी ने यह माना कि महिला उद्यमियों (women entrepreneurs) को हतोत्साही करने वाली चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने जानकारी दी कि अब केंद्रीय मंत्रालय और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम 25% खरीदारी एमएसएमई से कर रहे हैं।
गडकरी ने बताया कि यह भी निर्देश दिया गया है कि 4% खरीदारी अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति उद्यमियों और 3% खरीदारी महिला उद्यमियों (women entrepreneurs) से होनी चाहिए।
शहद उत्पादन के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। वैश्विक बाजार में शहद उत्पादों को बेचने के लिए एक मार्केटिंग वेबसाइट पर काम चल रहा है।
महिलाओं को ‘सौर चरखे’ भी दिए जा रहे हैं।
तीन-दिवसीय सम्मेलन का आयोजन एमएसएमई मंत्रालय फिक्की-फ्लो, सीआईआई और भारतीय एसएमई मंच जैसे विभिन्न उद्योग संघों के सहयोग से किया गया है।
गडकरी और एमएसएमई राज्य मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर महिला उद्यमियों (women entrepreneurs) को बधाई दी और सम्मेलन में महिला उद्यमियों को सम्मानित किया।
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