नई दिल्ली, 27 नवंबर| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को लोगों, खासतौर पर युवाओं से नकदरहित लेनदेन के लिए ई-बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग अपनाने की अपील की। प्रधानमंत्री ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम से पहले एक ट्वीट में कहा, “सभी के लिए खासतौर पर मेरे युवा दोस्तों के लिए ई-बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग और ऐसी ही अन्य प्रौद्योगिकियां अपनाने का समय आ गया है।”
प्रधानमंत्री ने बैंकिंग के लिए मोबाइल का प्रयोग करने की सलाह दी।
मोदी ने कहा, “मेरा मोबाइल, मेरा बैंक..मेरा बटुआ।”
मोदी ने कहा कि देश के लोगों को जवानों के साथ खड़ा होना चाहिए, ताकि उनका मनोबल और ताकत मजबूत रहे। मोदी ने रेडियो पर अपने 26वें ‘मन की बात’ कार्यक्रम के दौरान राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, “हमें हमारे जवानों के साथ खड़ा रहना चाहिए। जब पूरा देश जवानों के साथ खड़ा होता है तो उनकी ताकत 125 करोड़ गुना बढ़ जाती है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमेशा की तरह उन्होंने इस साल भी दिवाली जवानों के साथ मनाई।
उन्होंने कहा, “इस साल की दिवाली मेरे अलग रही। देश के लोगों ने जवानों के लिए जिस तरह के संदेश भेजे, वह अद्भुत था।”
मोदी ने दीवाली के अवसर पर जवानों के लिए जनता की ओर से भेजी गई शुभकामनाओं वाली एक कॉफी टेबल पुस्तक भी प्रकाशित करने की घोषणा की।
उन्होंने कहा, “दिवाली पर जवानों के लिए भेजे गए संदेशों वाली कॉफी टेबल बुक के प्रकाशन का काम आपके सहयोग से चल रहा है।”
मोदी ने कहा, “एक सैनिक ने मुझे लिखा कि इस साल सीमा पर दिवाली मनाते वक्त उन्हें अकेलापन महसूस नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि जवान देश की सुरक्षा में डूबे रहने के दौरान ही सैनिक होली और दिवाली जैसे सभी त्योहारों का जश्न मनाते हैं।”
प्रधानमंत्री कहा कि वह आश्वस्त हैं कि केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद भारत सोने की तरह चमकेगा। उन्होंने यह भी कहा कि इससे देश में काला धन पर अंकुश लगेगा। मोदी ने अपने मासिक रेडियो संबोधन ‘मन की बात’ में नोटबंदी का समर्थन करते हुए कहा, “हम इस आग से सोने की तरह बाहर निकलेंगे। इस विश्वास का सबसे प्रमुख कारण हमारे लोग हैं।
मोदी ने कहा कि वह इस बात को लेकर सचेत थे कि उनके इस कदम से असुविधा होगी और हम नई समस्याओं का सामना करेंगे।
नोटबंदी के बाद राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, “मैंने कहा था कि स्थिति को सुधरने में 50 दिन लगेंगे। 70 वर्ष पुरानी भ्रष्टाचार और काले धन की समस्या से छुटकारा पाना आसान नहीं है।”
उन्होंने कहा, “कई समस्याओं के साथ आपके सहयोग ने मेरे दिल को छू लिया। आपको दिग्भ्रमित करने के प्रयासों के बावजूद आप डटे रहे।”
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने आठ नवंबर की रात उसी दिन मध्यरात्रि से 500 और 1,000 रुपये के नोटों को अमान्य घोषित कर दिया था, जिसके बाद देशभर में नकदी का संकट पैदा हो गया।
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