राजस्थान में आटा, दाल, तेल और मसाला मिलों सहित 1474 औद्योगिक इकाइयों को उत्पादन (production) की अनुमति जारी की जा चुकी है।
उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि इन इकाइयों में से 647 आटा, बेसन, दाल, तेल और मसाला मिलों को तो पहले दिन से ही अनुमति दी गई थी तथा इनमें से अधिकांश में तभी से उत्पादन (production) जारी है।
उन्होंने बताया कि इन इकाइयों द्वारा और प्रदेश में आटा, बेसन, सूजी, मैदा, मसाले, तेल आदि की उपलब्धता बनी हुई है व प्रभावी सप्लाई चेन व्यवस्था काम कर रही है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि केन्द्र व राज्य सरकार की एडवाइजरी के अनुसार अनुज्ञेय श्रेणी की औद्योगिक इकाइयों को भी अनुमति देने की प्रक्रिया को पारदर्शी और तय समय सीमा में निस्तारण किया जा रहा है।
इसके तहत रविवार 5 अप्रेल को एक ही दिन में 257 और औद्योगिक इकाइयों को उत्पादन (production) की अनुमति जारी की गई है।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि उत्पादन (production) की अनुमति प्रक्रिया को और अधिक सरल बनाने के लिए जिला कलक्टर जयपुर, उदयपुर, अलवर, अजमेर और भरतपुर द्वारा अनुमति जारी करने के लिए संबंधित महाप्रबंधक डीआईसी व रीको अधिकारियों को अधिकृत कर दिया गया है।
इन क्षेत्रों को अब जिला कलक्टर की अभिशंषा के लिए प्रकरण भेजने की आवश्यकता नहीं होगी।
उन्होंने बताया कि विभाग स्तर पर प्राप्त आवेदनों और उनके निस्तारण की समीक्षा की जा रही है तथा 6 घंटों की तय सीमा में निर्णय करने के निर्देशों की सख्ती से पालना करने को कहा है।
डॉ.अग्रवाल ने बताया कि केन्द्र व राज्य सरकार की एडवाइजरी और सुरक्षा मापदण्डों की पालना सुनिश्चित करते हुए न्यूनतम कार्मिकों और आवश्यक स्वास्थ्य सुरक्षा मानकों की पालना सुनिश्चित करने को पाबंद करते हुए ही अनुमति दी जा रही है।
उन्होंने बताया कि रीको द्वारा डॉक्टरों के लिए पीपीई किट तैयार करने वाले, मेडिकल ग्लव्ज़ तैयार करने वाले तथा पैकेजिंग मेटेरियल तैयार करने वाले उद्योगों को आवेदन करते ही सशर्त अनुमति प्रदान की गई है।
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