“हम एनआरसी NRC (National Register of Citizens) लारहे हैं। उसके बाद एक भी घुसपैठिये ( infiltrators) को रहने नहीं देंगे। उन्हें चुन चुन कर बाहर करेंगे।”
यह चेतावनी देेते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया कि सभी हिंदू, सिख, ईसाई, जैन और बौद्ध शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता देने के लिए नागरिकता (संशोधन) विधेयक (Citizenship Amendment Bill) संसद में पारित किया जाएगा।
कोलकाता में आज 01 अक्टूबर, 2019 को पश्चिम बंगाल भाजपा (West Bengal BJP)द्वारा आयोजित एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए, शाह ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ टीएमसी एनआरसी (NRC) के बारे में लोगों को गुमराह कर रही है।
गृह मंत्री और भाजपा अध्यक्ष (BJP President) ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री (West Bengal Chief Minister) ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) इस मामले पर गलत प्रचार कर रही हैं।
उन्होंने आश्वासन दिया कि घबराने की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी विरोधों के बावजूद, नागरिकता संशोधन विधेयक जल्द ही संसद में पारित किया जाएगा।
शाह ने दृढ़तापूर्वक कहा कि अवैध घुसपैठियों (illegal infiltrators) को देश की सुरक्षा और संरक्षा के लिए पीछे धकेला जाएगा (pushed back) ।
गृह मंत्री ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री वोट बैंक की राजनीति के लिए घुसपैठ का संरक्षण कर रहे हैं। उन्होंने राज्य में कानून-व्यवस्था बिगड़ने के लिए टीएमसी सरकार की भी आलोचना की।
शाह ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द करके, प्रधान मंत्री ने बंगाल की धरती के बेटे श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपने को पूरा किया है जो कश्मीर के एकीकरण के लिए लड़े थे।
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