जयपुर, 13 फरवरी (जस)। राजस्थान प्रदेश में राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत् प्रभावी गर्भनिरोधक साधनों में नई तकनीक के इन्जेक्टेबल कॉन्ट्रासेप्टिव (अंतरा) इंजेक्शन व साप्ताहिक गोली सेन्टक्रोमन (छाया) को शामिल किया गया है। प्रदेश में ‘अंतरा‘ इंजेक्शन की 4 डोज लगाने की निःशुल्क सुविधा दी जायेगी एवं इस इन्जेक्शन के उपयोग के बाद महिला को एक साल की अवधि तक गर्भधारण रोकथाम के लिए अन्य किसी साधन का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं होगी।
इनके उपयोग एवं जनसमुदाय को उपलब्ध कराने के तरीकों की तकनीकी जानकारी देने के लिए जिलों के मास्टर ट्रेनर्स का दो-दिवसीय प्रशिक्षण रविवार को सीफू में सम्पन्न हो गया। इस प्रशिक्षण के बाद ये मास्टर ट्रेनर अपने जिलों के चिकित्सकों को इन साधनों के बारे में विस्तृत प्रशिक्षण देकर प्रशिक्षित करेंगे।
फोटो खबर को समझने के लिए है, वास्तविक इंजेक्शन का फोटो नहीं है।
स्वास्थ्य सचिव एवं मिशन निदेशक नवीन जैन ने बताया कि इन्जेक्टेबल कॉन्ट्रासेप्टिव (अंतरा) का उपयोग उच्च प्रजनन दर को कम करने में महत्वपूूर्ण साधन है एवं योग्य दम्पत्तियों को समय पर परामर्श देकर तथा यथा समय फॉलोअप पर विशेष ध्यान देकर हम मिशन परिवार विकास के उद्धेश्यों को प्राप्त करेंगे। उन्होंने बताया कि उन्होंने जिलों में कार्यरत सेवा प्रदाताओं को गुणवत्तायुक्त तकनीकी प्रशिक्षण देने के लिए मास्टर ट्रेनर्स को निर्देशित किया।
जैन ने बताया कि यह प्रशिक्षण केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के परिवार कल्याण विभाग के नेशनल प्रशिक्षकों द्वारा दिया गया है।
निदेशक परिवार कल्याण एवं आरसीएच डॉ.वी.के.माथुर ने नवीन परिवार कल्याण साधनों में शामिल किये गये इन्जेक्टेबल कॉन्ट्रासेप्टिव (अंतरा) को जनसमुदाय में लोकप्रिय बनाने के लिए इसके बारे में अधिक से अधिक जन परामर्श एवं प्रचार-प्रसार गतिविधियां संचालित करने की आवश्यकता प्रतिपादित की। —-