मध्यप्रदेश के 10 विद्यालयों में आनंद विभाग दो जुलाई से शिक्षण शुरू करेगा । मप्र में पॉयलेट आधार पर 10 विद्यालयों का चयन करके आनंद विभाग मेटिव सेन्टर, इजरायल (METIV Center of Israel) और रेखी फाउंडेशन, अमेरिका (Rekhi Foundation of America) के सहयोग से प्रदेश के विद्यालयों तक पहुंचेगा। इसके अंतर्गत विद्यार्थियों की भावनात्मक आवश्यकताओं, जीवन निर्माण और व्यक्तित्व के विकास पर ध्यान दिया जाएगा।
भोपाल में 23 फरवरी को जारी एक सरकारी रिलीज में कहा गया है कि इनमें पाँच विद्यालय भोपाल और पाँच जबलपुर के होंगे। विद्यालयों का चयन कर शिक्षकों को प्रशिक्षित करने का कार्य दो जुलाई से प्रारंभ होगा।
फोटो : आनंदम् विभाग की अन्तर्राष्ट्रीय कार्यशाला में भोपाल में 23 फरवरी,2018 को हैप्पीनेस वर्कशाप में पूर्वान्ह में दो समानांतर सत्र हुए। इन सत्रों में प्रसन्नता के पैमानों पर चर्चा हुई। इन सत्र की अध्यक्षता क्रमश: विषय विशेषज्ञ प्रो. आर.एस. पिल्लई और प्रो. एस.एस. रेखी ने की।
आनंद विभाग के अपर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने हैप्पीनेस इंडेक्स पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला के समापन अवसर पर बताया कि मध्यप्रदेश सरकार ने चूंकि सर्वप्रथम आनंद विभाग का गठन हुआ है, इसलिए सर्वथा मौलिक पद्धतियों का उपयोग कर आम लोगों के जीवन में प्रसन्नता बढ़ाने के ठोस प्रयास किए जा रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) की देश की संचालक सुश्री मरीना वाल्टर ने सत्र के दौरान विभिन्न लोगों से प्रश्नोत्तर के मध्यम से चर्चा की।
सुश्री वाल्टर ने कहा कि मध्यप्रदेश ने हैप्पीनेस जैसे नए और प्रासंगिक विषय पर विभाग के गठन करने और अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन करने का ऐतिहासिक कार्य किया है।
यह कार्यशाला प्रसन्नता को नापने के लिए विषयों के निर्धारण और नवीन विधियों के विकास की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। यूएनडीपी द्वारा ऐसे कार्यों को सदैव समर्थन दिया जाता है।
हैप्पीनेस के क्षेत्र में भारत सहित अन्य देशों में गतिविधियों के संचालन में संलग्न एवं अन्य संस्थानों को सक्रिय सहयोग देने वाले विषय-विशेषज्ञ प्रो. एस.एस.रेखी ने आनंद विभाग और मध्यप्रदेश सरकार के प्रयासों की सराहना की। सभी जगह खुशी का माहौल हो, इसके लिए आपके चेहरे पर सदैव मुस्कान बनी रहना चाहिए।
Follow @JansamacharNews