बर्लिन, 30 मई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चौथे भारत-जर्मनी अंतर सरकारी परामर्श के लिए सोमवार को बर्लिन पहुंचे। यह प्रधान मंत्री मोदी की जर्मनी की दूसरी द्विपक्षीय यात्रा है।
बर्लिन के बाहर, चांसलर एंजेला मार्केल ने प्रधान मंत्री मोदी के लिए श्लॉस मेसेबर्ग में एक अनौपचारिक रात्रिभोज की मेजबानी की। बातचीत लगभग तीन घंटे तक चली इसमें स्मार्ट शहरों, कौशल विकास, स्वच्छ ऊर्जा आदि पारस्परिक हित के विभिन्न क्षेत्रों को कवर किया। जीएसटी सहित भारत के आर्थिक सुधार एजेंडा की बैठक में प्रशंसा हुई।
मोदी और सुश्री मैरकल आज अंतरसरकारी वातार्ओं और चौथी भारत-जर्मनी शिखर बैठक में हिस्सा लेंगे तथा उद्योगपतियों को संबोधित करेंगे।
दोनो नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों की समीक्षा की। प्रधानमंत्री मोदी ने यूरोपीय संघ में एकजुटता के महत्व को दोहराया। ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने यानी ब्रेग्जिट से जुड़े मुद्दों और इसके परिणामों पर भी चर्चा की।
दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान की अगुवाई वाली अफगान-स्वामित्व वाली सुलह प्रक्रिया के महत्व को दोहराया। बैठक में विवादास्पद और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। चीन की सड़क योजना और जलवायु परिवर्तन भी विचार विमर्श किया गया।
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