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डेरा में सेना घुसी, ज्यादातर हिस्सों में अब स्थिति नियंत्रण में

चंडीगढ/ नई दिल्ली, 26 अगस्त  (जनसमा)|  सिरसा के पास डेरा सच्चा सौदा में सेना प्रवेश कर गई है। स्थिति को नियंत्रण में लेने और डेरा को सील करने के लिए यह कार्रवाई की गई है।

गृह मंत्रालय ने  शनिवार को कहा है कि डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को गिरफ्तार किए जाने के बाद शुक्रवार को हरियाणा में हिंसा में 31 लोगों की मौत हो गई ।

हरियाणा के ज्यादातर हिस्सों में अब स्थिति नियंत्रण में है। पंचकुला में भी कोई नई वारदात नहीं हुई है। हिंसा में कम से कम 31 लोग मारे गए और 250 से ज्यादा घायल हुए।  हरियाणा के अलावा पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कतिपय इलाकों में उपद्रवियों ने तोडफोड की किन्तु पुलिस एवं प्रशासन ने उसे बिगडने नहीं दिया और नियंत्रण में कर लिया।

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राज्यों में कानून और व्यवस्था की स्थिति को ध्यान में रखते हुए 23 अगस्त से 28 अगस्त तक हरियाणा और पंजाब के लिए कम से कम 30 9 एक्सप्रेस ट्रेन रद्द कर दी गईं।

ब्रिटेन ने शनिवार को भारत जाने वाले अपने नागरिकों के लिए सुरक्षा एडवारी जारी कर कहा है कि बलात्कार के मामले में स्वयंभू भगवान गुरमीत राम रहीम सिंह की सजा के बाद हिंसा की संभावना हो सकती है।

पंचकुला सीबीआई अदालत द्वारा शुक्रवार को  बलात्कार के एक मामले में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को  दोषी ठहराए जाने के बाद हरियाणा और पंजाब  में  कई  जगहों पर हिंसा हुई थी।

शनिवार को  गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एक सुरक्षा समीक्षा बैठक बुलाई है ताकि घटना के तह तक पहुंचा जासके। सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों, अर्धसैनिक बलों के प्रमुख और खुफिया एजेंसियां ​​नई दिल्ली में बैठक में भाग लेंगी ताकि स्थिति का पता लगा सके। सिंह ने हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से बात की और उन्हें किसी भी स्थिति से निपटने के लिए केन्द्रीय सहायता का आश्वासन दिया।

सवाल यह उठता है कि यह घटना इतने व्यापक स्तर पर कैसे हुई? यह सवाल इसलिए पूछा जारहा है कि हरियाणा सरकार और उसके मुख्यमंत्री ने दावे किये थे कि स्थिति से निपटने की पूरी व्यवस्था करली गई है।

यों यह बात सच भी है क्योंकि राज्य सरकार द्वारा 21 अगस्त को जारी किये गए प्रेस नोट में स्थिति का आंकलन कर व्यवस्था की बात कही और निर्देश दिए गए।  आइये प्रेस रिलीज फिर पढते हैं :

“हरियाणा के पंचकूला में पुलिस प्रशासन द्वारा आगामी 25 अगस्त को डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के मामले में सीबीआई अदालत द्वारा फैसला के दृष्टिगत यातायात को सुगम बनाने व सुरक्षा की दृष्टि से पुख्ता प्रबंध किए हैं।

आगामी 24 और 25 अगस्त को जिला अदालत परिसर के आस-पास के पांच रास्तों पर आवाजाहीं बंद रहेंंगी। इस संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पंचकूला अदालत परिसर के आस-पास की सडक़ें और सेक्टर 1-2 की डिवाईडिंग रोड दो दिन के लिए बंद रहेंगे।

इसके अलावा, सेक्टर 1-6 की डिवाईडिंग, पुराना पंचकूला से टैंक चौक, ट्रैफिक लाईटें व फलाईओवर के नीचे माजरी चौक के रास्ते भी बंद रहेंगे। उन्होंने आमजन से अपील की है कि वे 24 व 25 अगस्त को इन रास्तों का प्रयोग न करते हुए पुलिस प्रशासन को कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने में अपना पूर्ण सहयोग करें।”

तो सवाल पूछना जरूरी होजाता है कि पुख्ता इंतजाम के बाद हिंसा की इतनी बडी वारदातें होना इस बात का प्रमाण है कि या तो उच्च स्तर पर स्थिति से निपटने के आदेश नहीं दिये गए या फिर निचले स्तर पर एक्शन प्लान फैल होगया, फिर कारण कुछ भी हो। यह सब गंभीर जांच का विषय है जिसे शनिवार को केन्द्रीय गृह मंत्री की बैठक में विचार किया जाना चाहिए।