असम (Assam) के 30 जिलों में बाढ़ (flood) के कारण 52 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ (flood) के कारण अब तक 18 मौतें हो चुकी हैं। बचाव कार्यों के लिए सेना पूरी तरह तैयार है।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह सेखावत ने आज मंगलवार 16 जुलाई को कहा कि बाढ़(flood) की स्थिति से निपटने के लिए असम को सभी प्रकार की सहायता दी जाएगी।
समीक्षा बैठक आयोजित करने के बाद गुवाहाटी में पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री ने कहा कि वह बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को असम बाढ़ (flood) पर एक रिपोर्ट सौंपेंगे।
इससे पहले शेखावत ने ऊपरी असम में एक हवाई सर्वेक्षण किया और माजुली में एक राहत शिविर का दौरा किया।
राज्य में बाढ़ (flood) और भूस्खलन के कारण 18 लोगों की जान चली गई है। एक लाख से अधिक लोग राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं। 30 जिलों में बाढ़ के प्रकोप से 52 लाख लोग प्रभावित हैं।
असम में बाढ़ (flood) की गंभीर स्थिति को देखते हुए बचाव कार्यों के लिए सेना पूरी तरह तैयार है।
सेना के पूर्वी कमान के ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एमएम नरावने ने बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के बाद राहत कार्यों में सेना की ओर से तुरंत मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया।
सेना (Army) स्थानीय प्रशासन की मदद से बाढ़ (flood) के खतरे वाले प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है।
बाढ़ (flood) के कारण उत्पन्न होने वाले किसी भी संकट की पूर्व चेतावनी देने के लिए 152 निगरानी केंद्र बनाए गए हैं।
आवश्यकता पड़ने पर बिना कोई समय गवाएं तुरंत राहत कार्यों के लिए सेना की राहत टीमों को तैयार कर दिया गया है।
इन राहत टीमों से मोक ड्रील भी किए जा रहे है, जिससे सेना के सभी संसाधनों का बिना किसी बाधा के आसानी से राहत और बचाव कार्यों में इस्तेमाल किया जा सके।
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