वाशिंगटन, 5 मार्च | अमेरिका में नस्लीय हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामले में एक नकाबपोश हमलावर ने भारतीय मूल के एक शख्स को उनके घर के सामने गोली मार दी। बंदूकधारी ने उस पर गोली चलाने से पहले उसे अमेरिका छोड़कर अपने देश लौट जाने की चेतावनी दी।
पुलिस अधिकारियों और मीडिया ने पीड़ित की पहचान उजागर नहीं की है। हालांकि, वह इस हमले में बचने में कामयाब रहा है।
इससे पहले गुरुवार को दक्षिण कैरोलिना के लैंकेस्टर में भी एक नस्लीय हमले में हरनीश पटेल की हत्या कर दी गई थी। वहीं, 22 फरवरी को कंसास में हुए नस्लीय हमले में कुचिभोटला की मौत हो गई थी। कंसास में 22 फरवरी को हुए हमले में आलोक मदासानी गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
स्थानीय पुलिस के मुताबिक, ताजा घटना में 39 वर्षीय पीड़ित को उसके घर के सामने गोलियां मारी गई हैं। हमलावर श्वेत था और उसने आंशिक रूप से अपना चेहरा ढका हुआ था।
केंट पुलिस प्रमुख केन थॉमस ने शनिवार सुबह कहा, “हम अभी जांच के शुरुआती चरण में हैं। हम इसे एक बहुत ही गंभीर घटना के रूप में देख रहे हैं।”
किंग5 टीवी के मुताबिक, घटना की नस्लीय अपराध के तौर पर जांच की जा रही है। पुलिस ने संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) से भी मदद मांगी है।
केंट सिटी काउंसिल की उम्मीदवार सतविंदर कौर ने फेसबुक पर कहा कि पीड़ित के बाजू में गोली लगी है और उन्होंने अपनी पहचान उजागर नहीं करने की इच्छा जताई है, इसलिए एक समुदाय के तौर पर हमें इसका सम्मान करना चाहिए।
केंट की महापौर सुजेट कूके भी पीड़ित से मिलने अस्पताल पहुंचीं।
अमेरिका में सिख समुदाय के नेता जसमीत सिंह ने बताया कि पीड़ित को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
सिंह ने बताया, “वह और उसका परिवार डरा हुआ है। फिलहाल, जो कुछ भी हो रहा है, हम उससे सकते में हैं।”
अमेरिका में एक अन्य भारतीय मूल के नागरिक ने ट्वीट कर कहा, “इस नृशंस गोलीबारी की घटना पर हमारी प्रार्थना एवं संवेदनाएं परिवार और पूरे सिख समुदाय के साथ हैं। इसकी नस्लीय हमले के तौर पर जांच की जानी चाहिए।”
–आईएएनएस
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