Kamalnath Government

मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के पतन की शुरुआत

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)  में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) और उनके समर्थक विधयकों द्वारा पार्टी से त्यागपत्र (resignation) दे दिये जाने के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस  की कमलनाथ सरकार (Kamalnath Government) के पतन (downfall) की शुरुआत हो गई है।

मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्ववाली कांग्रेस सरकार (Kamalnath Government)  अल्पमत में आगई है क्योंकि सिंधिया के के त्यागपत्र के तुरंत बाद मध्यप्रदेश के छह मंत्रियों सहित 21 कांग्रेस विधायकों ने भी त्यागपत्र दे दिया है।

अधिकृत जानकारी के अनुसार 19 विधायकों ने राजभवन को अपना त्याग पत्र भेजा जबकि बिसाहूलाल सिंह और ईदल सिंह कंसाना ने विधानसभा अध्यक्ष को अपना त्याग पत्र सौंपा।

मध्य प्रदेश विधानसभा में सदस्यों की कुल संख्या 230 है। दो सीटों के खाली होने के कारण इस समय सदन में 228 सदस्य है।

ताजा हालात में 21 विधायकों के इस्तीफे के बाद विधानसभा में सदस्यों की संख्या कुल 207 रह गई हैं।

ऐसी स्थिति में बहुमत साबित करने के लिए किसी भी दल को 104 सदस्यों की जरूरत होगी।

कमलनाथ के नेतृत्ववाली कांग्रेस सरकार (Kamalnath Government)   के पास खुद के 114 विधायक थे, लेकिन 21 विधायकों के इस्तीफे बाद उसकी संख्या सिमटकर विधानसभा में 93 रह गई है। पार्टी को बसपा के दो विधायकों, सपा के चार और चार निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है।

विधानसभा में भाजपा के 107 विधायक हैं।