नाॅवेल कोरोनावायरस (COVID-19) से लड़ने के लिए देशभर में भीलवाड़ा माॅडल (Bhilwara Model) लागू हो सकता है।
आप जानना चाहेंगे कि भीलवाड़ा माॅडल (Bhilwara Model) क्या है?
इसको समझते है वहाँ उठाये गए उन कदमों से, जिसके कारण कोरोनावायरस को एक भौगोलिक क्षेत्र में स्थनीय स्तर पर ही रोक लिया गया और हजारों लोगों को संक्रमित होने से बचा लिया गया।
भीलवाड़ा में मार्च के तीसरे सप्ताह में एक डॉक्टर के संक्रमित होने के बाद वहां तेजी से कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ी, लेकिन योजनाबद्ध तरीके से किये गए कारगर उपायों और सख्ती के कारण यह आंकड़ा 27 मरीजों से अधिक नहीं बढ़ा।
राजस्थान के भीलवाड़ा में कोरोनावायरस से निपटने को लेकर अपनाई गई नीति पूरे देश में लागू हो सकती है। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए राजस्थान सरकार ने भीलवाड़ा में योजनाबद्ध तरीके काम किया।
भीलवाड़ा में प्रशासनिक, पुलिस और मेडिकल के थ्री टियर प्रयास के साथ साथ वहां की जनता ने भी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा। इसकी बदौलत कोरोना पर काफी हद तक नियंत्रण कर लिया गया है।
File photo : CMGehlot doing video conferencing with district collectors on corona infection
राजस्थान के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि भीलवाड़ा में कोरोना का प्रकोप मार्च के तीसरे सप्ताह में एक साथ फैला तो सरकार ने घर-घर स्क्रीनिंग शुरू की और 18 लाख लोगों की जांच की गई। इसके लिए 15 हजार टीमें बनाई गई। पहले लॉकडाउन और फिर कर्फ्यू का सख्ती से पालन किया गया।
जनप्रतिनिधियों, मीडिया और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों को भी शहर में प्रवेश नहीं करने दिया गया।
जिला प्रशासन और पुलिस के भी वरिष्ठ और कुछ प्रभारी अधिकारी ही शहर में गए।
व्यवस्था बनाये रखने और किसी भी स्थिति और आपदा से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने जिले के सभी निजी अस्पतालों और होटलों को को भी नियंत्रण में लिया गया।
कोरोनावायरस पॉजिटिव पाए गए लोगों को तत्काल आइसोलेट किया गया। क्वारंटाइन किए गए लोगों के घरों के बाहर पुलिस का पहरा लगा दिया, जिससे वे बाहर नहीं निकल सके।
शर्मा ने बताया कि इससे पहले जयपुर के एसएमएस अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इलाज को लेकर यहां के चिकित्सकों ने जो दवाइयां काम में ली थीं, उसके बारे में भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी मांगी थी।
उन दवाइयों के कारण कई मरीज पॉजिटिव से नेगेटिव हुए हैं।
भीलवाड़ा में पिछले 17 दिन से कर्फ्यू लगा हुआ है। पिछले तीन दिन से शहर में महा कर्फ्यू लगा हुआ है, यहां तीन हजार पुलिस के जवान और एक दर्जन वरिष्ठ अधिकारी तैनात किए गए हैं।
तो यही है भीलवाड़ा माॅडल। इसमें जहाँ प्रशासन ने ठोस कदम उठाये, घर घर जाँच की गई, मोहल्ले और गलियाँ सील की गई, आवागमन रोका गया और सोशियल डिस्टेंसिंग को कारगर कदम के रूप में अपनाया गया।
इससे भी अधिक महत्वपूर्ण बात यह रही की भीववाड़ा के लोगों ने संकल्प के साथ नियमों का कड़ाई से पालन किया।
परिणाम आज नाॅवेल कोरोनावायरस (COVID-19) से हो रही विश्वव्यापी लड़ाई में ‘भीलवाड़ा माॅडल (Bhilwara Model) के रूप में देश और दुनियात्र के सामने आदर्श उदाहरण बना।
भीलवाड़ा
भीलवाड़ा दक्षिणी राजस्थान में लगभग 24 लाख की आबादी वाला शहर है जो दस हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्रमें फैला हुआ है।
विश्व के संदर्भ में भीलवाड़ा का आकार और आबादी देखें तो कभी राजस्थान का टेक्सटाइल नगर माने जाने वाला भीलवाड़ा जिला आकार में कुवैत (5700 वर्ग किमी) से बड़ा है और आबादी में अमरीका के न्यू मेक्सिको सिटी (लगभग 21 लाख) के आसपास है।
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