पटना, 27 जुलाई | नेपाल में लगातार हो रही बारिश के कारण बिहार में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो रही है। राज्य के आठ जिलों में बाढ़ का पानी घुस गया है और करीब पांच लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। सरकार बाढ़ पीड़ितों को राहत पहुंचाने में जुटी गई है। राज्य की प्रमुख नदियां विभिन्न जगहों पर खतरे के निशान से उपर बह रही हैं। राज्य के विभिन्न जिलों के 1300 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं।
पटना स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक, बिहार की प्रमुख नदियों के जलस्तर में वृद्घि दर्ज की जा रही है, जबकि वीरपुर बैराज में कोसी नदी का जलस्तर स्थिर बना हुआ है।
फोटो: बिहार के किशनगंज जिले के एक गांव में 26 जुलाई, 2016 को आई बाढ़। (आईएएनएस)
नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त सहायक अभियंता रामाशीष सिंह ने बुधवार को आईएएनएस को बताया कि दोपहर 12 बजे वीरपुर बैराज में कोसी नदी का जलस्तर 2.58 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया, जबकि वाल्मीकिनगर बैराज में गंडक का जलस्तर 3.14 लाख क्यूसेक था। उन्होंने बताया कि कोसी के जलस्तर और वृद्धि की आशंका है।
सिंह ने बताया कि बागमती नदी डूबाधार, ढेंग, बेनीबाद और सोनाखान में, जबकि महानंदा ढेंगराघाट व झावा में खतरे के निशान से उपर बह रही है। कमला बलान नदी भी झंझारपुर में खतरे के निशान को उपर बह रही है। ।
राज्य में पूर्णिया, किशनगंज, अररिया, दरभंगा, मधेपुरा, भागलपुर, कटिहार एवं सुपौल जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। कई इलाकों को बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जबकि सीतामढ़ी, शिवहर, सहित कई जिलों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है।
आपदा प्रबंधन विभाग के संयुक्त सचिव अनिरुद्घ कुमार ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेज कर दिए गए हैं। बाढ़ से घिरे लोगों को बाहर निकालने के लिए 338 सरकारी तथा 203 निजी नावों की सेवाएं ली जा रही हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ से प्रभावित 96235 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। विभिन्न जिलों में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए 194 राहत शिविर भी बनाए गए हैं।
बाढ़ प्रभावित लोगों को मदद पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, अब तक आठ जिलों के 34 प्रखंडों की 210 ग्राम पंचायतों में बाढ़ का पानी घुस गया है जिनमें 162 ग्राम पंचायतों के 1324 गांव पूर्णरूपेण जलमग्न हैं। इन गांवों के करीब पांच लाखों का जीना दूभर हो गया है। बाढ़ से अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है।
उधर, राज्य सरकार ने पूर्वी चम्पारण, पश्चिमी चम्पारण, मुजफ्फरपुर, वैशाली जिले में बाढ़ के मद्देनजर अलर्ट जारी कर दिए हैं।
उत्तर बिहार का बड़ा हिस्सा बाढ़ की चपेट में है। नदियों के जलस्तर में भारी वृद्घि के कारण तटबंधों पर भारी दबाव हो गया है। कई जगहों पर तटबंध दरकने लगे हैं। जल संसाधन विभाग ने सभी अभियंताओं को तटबंधों की पूरी निगरानी करने के आदेश दिए हैं। साथ ही दरक रहे तटबंधों की युद्घस्तर पर मरम्मत करने के आदेश दिए हैं। –आईएएनएस
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