कर्नाटक विधानसभा चुनाव में फ्रैक्चरर्ड फैसले के बाद बीजेपी, कांग्रेस और जेडी (एस) की सरकार बनाने की जुगाड़ में जुट गए हैं।दोनों पार्टियां सरकार बनाने का दावा कर रही हैं ।
कर्नाटक राज्य के भाजपा अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा को बुधवार सुबह विधायी दल का नेता निर्वाचित किया गया। बाद में, वह राज्यपाल से मिले और उन्होंने सरकार बनाने के लिए आवश्यक बहुमत का दावा किया है। वहीं एच डी कुमारस्वामी को जेडी (एस) विधायी दल का नेता चुना गया।
एच डी कुमारस्वामी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनका कांग्रेस के साथ जाने का फैसला बदलने की कोई संभावना नहीं है।
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव में कोई भी पार्टी बहुमत का जादुई आंकड़ा (112) पार नहीं कर पाई है। ऐसे में सत्ता हासिल करने के लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों जोड़-तोड़ की कवायद कर रही है।
जेडीएस के चुने गए विधायकों ने राज्यपाल के निवास स्थान के बाहर प्रदर्शन भी किया।
बताया जा रहा है कि येदियुरप्पा ने सीएम पद की शपथ ग्रहण के लिए राज्यपाल वजुभाई वाला से समय मांगा है। उधर कुमारस्वामी कांग्रेस-जेडीएस के कुल 113 विधायकों को लेकर राजभवन पहुंचे। जेडीएस नेता कुमारस्वामी, कांग्रेस विधायक जी. परमेश्वर और रेवन्ना ने राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात की और विधायकों का समर्थन-पत्र सौंपा।
कांग्रेस-जेडीएस विधायकों का समर्थन पत्र मिलने के बाद राज्यपाल अब कानूनी सलाह लेंगे।
इससे पहले जेडीएस विधायक दल के नेता चुने गए कुमारस्वामी ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि जेडीएस के विधायकों को खरीदने के लिए उन्हें 100-100 करोड़ रुपये तक ऑफर किए गए।
कर्नाटक में बीजेपी के चुनाव पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कुमारस्वामी के आरोपों को खारिज किया है।
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