BJP had to pay a heavy price for suppressing the voice of an MP

एक सांसद की आवाज दबाने की भाजपा को भारी कीमत चुकानी पड़ी

नई दिल्ली, 01 जुलाई। टीएमसी सांसद सुश्री महुआ मोइत्रा ने आज लोक सभा में कहा कि एक सांसद की आवाज दबाने की भाजपा को भारी कीमत चुकानी पड़ी है, जिसके कारण भाजपा के 63 सांसदों को हार का सामना करना पड़ा।

संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान बोलते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा विपक्ष के साथ वैसा व्यवहार नहीं कर पाएगी जैसा उसने पिछले सत्र में किया था।

मोइत्रा ने कहा की राष्ट्रपतिजी के अभिभाषण में छह विषय हैं। उसमें कहा गया कि पूर्वोत्तर के लिए बजट में चार गुना वृद्धि की गई है, फिर भी भाषण में ‘मणिपुर’ शब्द कहीं नहीं है। राष्ट्रपति के भाषण का जिक्र करते हुए मोइत्रा ने महत्वपूर्ण मुद्दों को छोड़ देने की आलोचना की।

मोइत्रा ने कहा चुनाव प्रचार के दौरान, पीएम मोदी ने ‘मुस्लिम’, ‘मदरसा’, ‘मुल्ला’, ‘मटन’, ‘मुजरा’ और ‘मंगलसूत्र’ का जिक्र किया, लेकिन ‘मणिपुर’ का नाम नहीं लिया।

उन्होंने निडरता से लोकसभा में कहा “मुझे डर से मुक्ति मिली। मैं तुमसे नहीं डरती। मैं तुम्हारा अंत देखूंगी। हम तुम्हारा अंत देखेंगे। तुम्हारी ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स, तुम्हारे ट्रोल, तुम्हारा मीडिया, तुम्हारे खरीदे हुए जज…कोई भी हमें डरा नहीं सकता।

महुआ मोइत्रा ने कहा कि उन्होंने दिल्ली की जल मंत्री आतिशी जी के साथ मुलाक़ात की। उन्होंने संसद में ही बताया कि किस तरह हरियाणा की भाजपा सरकार ने दिल्ली के हिस्से का पानी रोककर दिल्ली में जल संकट पैदा किया।

मोइत्रा ने संसद में सेंगोल की स्थापना की निंदा करते हुए इसे राजशाही का प्रतीक बताया, जिसका लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है।

उन्होंने कहा, “भाजपा के ‘राजतंत्र’ को इस देश के ‘लोकतंत्र’ ने कमजोर कर दिया है। यह स्थिर सरकार नहीं है। यह कई सहयोगियों पर निर्भर है, जिनका यू-टर्न का इतिहास रहा है। हम इस बार 234 योद्धा हैं, जो आग पर चल रहे हैं। आप हमारे साथ पिछली बार जैसा व्यवहार नहीं कर पाएंगे।”

मोइत्रा ने महिला सशक्तिकरण के सरकार के दावों को चुनौती दीऔर कहा कि यह पूरी तरह से झूठ है। आपने संसद में आरक्षण में देरी की क्योंकि आपको ‘नारी शक्ति’ का डर है। इस बार सिर्फ़ 74 महिला सांसद हैं, जबकि भाजपा के पास 240 में से सिर्फ़ 30 हैं। इसके विपरीत, पिछली बार टीएमसी के पास 37 प्रतिशत महिला सांसद थीं और इस बार 38 प्रतिशत हैं।

मोइत्रा ने कहा, “हमने तीन लाख ‘लखपति दीदी’ को सशक्त बनाया है, भाजपा ‘अरबपति दादा’ बनाने पर केंद्रित है।”

पश्चिम बंगाल से टीएमसी सांसद मोइत्रा ने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने पर कहा कि अगर इसे निरस्त करना इतना अच्छा विचार था, तो भाजपा ने बारामूला, श्रीनगर और अनंतनाग-राजौरी में उम्मीदवार क्यों नहीं उतारे? आपने लद्दाख को डाउनग्रेड कर दिया, और पांच साल बाद, वे अभी भी छठी अनुसूची में शामिल होने का इंतज़ार कर रहे हैं। नतीजतन, लद्दाखियों ने आपको तीसरे स्थान पर धकेल दिया” उन्होंने कहा।