भाजपा को त्रिपुरा में स्पष्ट बहुमत मिल सकता है लेकिन नई सरकार में गठबंधन सहयोगियों को भी शामिल किया जाएगा।
यह घोषणा करते हु भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने 3 मार्च को नई दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य में सीपीआई (एम) की हार से यह अब साबित हो चुका है कि वामपंथी पार्टी भारत के किसी भी हिस्से के लिए सही नहीं है।
इससे पहले ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, शाह ने राज्य में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की विकास की राजनीति और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को जीत का श्रेय दिया।
शाह ने कहा कि तीन पूर्वोत्तर राज्यों के चुनाव परिणाम प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की विकासात्मक नीति की स्वीकृति हैं। उन्होंने कहा, विधानसभा के ये परिणाम आगामी2019 के लोकसभा चुनावों के संभावित संकेत हैं।
उन्होंने आरोप लगाया था कि पिछले 25 सालों में त्रिपुरा में कोई विकास नहीं हुआ क्योंकि मानिक सरकार की सरकार एक असफल सरकार थी। उत्तर पूर्व के लोग विकास और शांति चाहते हैं।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, 21 राज्यों में अब एनडीए और भाजपा सरकारें हैं। उन्होंने कहा, जब तक ओडिशा, पश्चिम बंगाल और केरल में बीजेपी सरकार नहीं बनती, तब तक सुनहरा समय नहीं आएगा।
भाजपा संसदीय बोर्ड इस शाम को तीन पूर्वोत्तर राज्यों के चुनाव परिणामों पर चर्चा करने के लिए मिलेंगे। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह वरिष्ठ पार्टी नेताओं के साथ बैठक में शामिल होंगे।
राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी मुख्यालय में विजय समारोह शुरू हो गया हैए जहां त्रिपुरा में पार्टी की जीत पर खुशी से नारे लगा रहे हैं।
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