नई दिल्ली, 01 जुलाई। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को लोकसभा में भाजपा पर निडरता से हमला करते हुए कहा कि भाजपा (भाजपा सांसदों की ओर इशारा करते हुए) के नेता हिंदू नहीं हैं क्योंकि वे चौबीसों घंटे ‘हिंसा और नफरत’ में लगे रहते हैं।
उन्होंने कहा “नरेंद्र मोदी पूरा हिन्दू समाज नहीं हैं। BJP के पास हिंदू समाज का ठेका नहीं है। RSS पूरा हिन्दू समाज नहीं हैं।”
भगवन शिव और गुरुनानक देव की तस्वीर दिखते हुए विपक्ष के नेता ने कहा “ये अहिंसा का देश है, ये डर का देश नहीं है। हर धर्म में कहा गया है- डरो मत! गुरु नानक जी, जीसस क्राइस्ट, भगवान बुद्ध, भगवान महावीर.. सभी की तस्वीर में आपको अभय मुद्रा नजर आएगी।”
अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें याद दिलाया कि सदन के अंदर तख्तियां प्रदर्शित करने की अनुमति नहीं है।
गांधी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में अपने पहले भाषण में कहा, जिसे उनकी मां सोनिया गांधी और बहन प्रियंका गांधी ने दर्शक दीर्घा से देखा।
गांधीजी ने पैगंबर मोहम्मद का हवाला देते हुए कहा कि कुरान भी निर्भयता की बात करता है और कहा कि जब हमारे हाथ ‘दुआ’ के लिए उठते हैं, तो एक तरह से ‘अभय मुद्रा’ भी देखी जा सकती है।
राहुल के भाषण के बीच प्रधानमंत्री मोदी खड़े हुए और सत्ताधारी दाल के भारी विरोध के बीच मोदी ने कांग्रेस नेता पर पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक बताने का आरोप लगाया।
बावजूद इसके राहुल गांधी ने मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बारे में बात कर रहे थे और न तो सत्तारूढ़ दल, न ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और न ही मोदी पूरे हिंदू समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं।
मोदी ने राहुल के भाषण में दो बार हस्तक्षेप किया, जबकि गांधी के लगभग एक घंटे 40 मिनट लंबे भाषण के दौरान कम से कम पांच कैबिनेट मंत्रियों रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, पीयूष गोयल, भूपेंद्र यादव, शिवराज सिंह चौहान ने भी हस्तक्षेप किया।
गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल से मांग की कि वह पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक बताने के लिए माफी मांगें।
शाह ने कहा कि विपक्ष द्वारा किया गया हंगामा इस तथ्य को छुपा नहीं सकता है कि उन्होंने सदन में जिन शब्दों का इस्तेमाल किया था ‘जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं वे हिंसा करते हैं’ वे पूरे हिंदू समुदाय का अपमान करते हैं।
शाह ने गांधी पर पलटवार करते हुए आपातकाल और 1984 के सिख विरोधी दंगों का जिक्र किया और कहा कि देश में वैचारिक आतंक फैलाने वाली कांग्रेस को अहिंसा के बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है।
राहुल ने मणिपुर की चर्चा करते हुए कहा ‘मोदी सरकार ने मणिपुर को सिविल वॉर में डुबा दिया है। नरेंद्र मोदी की राजनीति ने मणिपुर को जला दिया है। लेकिन हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री आज तक मणिपुर नहीं गए। ऐसा लगता है PM मोदी के लिए मणिपुर हिंदुस्तान का प्रदेश है ही नहीं। आपको शर्म आनी चाहिए। ‘
विपक्षी नेता ने कहा कि किसानों को डराने के लिए नरेंद्र मोदी 3 कानून लेकर आए। ये किसानों के फायदे के नहीं, अडानी-अंबानी के फायदे के कानून थे। देश के किसान इन कानूनों के खिलाफ खड़े हो गए, लेकिन नरेंद्र मोदी ने किसानों से बात नहीं की। उन्होंने किसानों को आतंकवादी बता दिया। देश के किसान कर्ज माफी और MSP की मांग कर रहे थे, लेकिन मोदी सरकार ने कहा कि किसानों का कर्ज माफ नहीं होगा, उन्हें MSP नहीं मिलेगी।
राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने अयोध्या से चुनाव लड़ने के लिए 2 बार सर्वे करवाया। सर्वे करने वालों ने साफ कह दिया – अयोध्या से चुनाव मत लड़िएगा, अयोध्या की जनता हरा देगी। इसलिए नरेंद्र मोदी वाराणसी गए और वहां बचकर निकले।
राहुल ने कहा जब भाजपा ने देश में भय फैलाया, संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए INDIA ने इसी सोच को अपनाया। उन्होंने कहा ‘मोदी जी, आप लिखकर ले लीजिए.. इस बार INDIA गठबंधन आपको गुजरात में हराने जा रहा है।’
अग्निवीर योजना का जिक्र करते हुए गांधी ने कहा कि सरकार अग्निवीरों को बेकार मजदूर मानती है और उन्हें शहीद का दर्जा भी नहीं देती है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हस्तक्षेप करते हुए गांधी के आरोप का खंडन किया और कहा कि ड्यूटी के दौरान अपनी जान देने वाले अग्निशमन कर्मी को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा मिलता है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर मुझे निशाना बनाया गया। मेरे खिलाफ 20 से ज्यादा मामले हैं। मेरा घर छीन लिया गया। उन्होंने कहा, ईडी ने पचपन घंटे की पूछताछ की।
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