अलीराजपुर, 9 अगस्त | मध्यप्रदेश के अलीराजपुर जिले स्थित महान सेनानी चंद्रशेखर आजाद की जन्मस्थली भाबरा (आजाद नगर) पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उग्रवाद व माओवाद के नाम पर हथियार उठाने वाले युवाओं से अपील की कि वे अपने कंधे से बंदूक उतारें, क्योंकि लहू बहाने से कभी किसी को कुछ नहीं मिला है। मंगलवार को भाबरा में आजादी की 70वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ’70 साल आजादी, याद करो कुर्बानी’ अभियान की शुरुआत करते हुए मोदी ने आतंकवाद और माओवाद के नाम पर भटके युवाओं से कहा, “मैं उग्रवाद, माओवाद के नाम पर कंधे पर बंदूक लेकर निकले नौजवानों से कहना चाहता हूं कि कितना लहू बहा दिया, कितने निर्दोषों को गंवा दिया, लेकिन किसी ने कुछ पाया क्या? आइए, कंधे से बंदूक उतारिए, हल उठाइए, खेतों में जाइए..यह लाल धरती हरियाली में बदल जाएगी और यह देश सुजलाम सुखलाम बन जाएगा।”
मोदी ने कश्मीर के हालात पर चिंता प्रकट की और इससे उबरने में सरकार व अन्य राजनीतिक दलों से मिल रहे सहयोग का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार कश्मीर में विकास की नई ऊंचाइयां देना चाहती है, हर पंचायत को ताकत देना चाहती है और युवा पीढ़ी को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना चाहती है।
उन्होंने कश्मीर की हिंसा और पत्थरबाजी का जिक्र करते हुए कहा कि वे बालक, युवा जिनके हाथ में लैपटॉप, किताब, वालीबॉल, किक्रेट का बल्ला होना चाहिए, मन में सपने होने चाहिए, आज ऐसे निर्दोषों के हाथ में पत्थर पकड़ा दिए जाते हैं। इससे कुछ लोगों की राजनीति तो चल पाएगी, मगर इन भोले-भाले बालकों का क्या होगा?
मोदी ने कहा कि केंद्र और कश्मीर की सरकार विकास के मार्ग पर चल रही हैं, मगर कुछ लोग वहां विनाश चाहते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि आजादी के सेनानियों के बलिदान से जो ताकत आम हिंदुस्तान को मिली है, वही कश्मीरी को भी मिली है, जो आजादी हिंदुस्तानी को मिली है वही आजादी कश्मीरी को भी नसीब है।
कश्मीर में शांति, सद्भावना व एकता का संकल्प दोहराते हुए उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे उनकी कोशिशों में साथ दें, ताकि कश्मीर को दुनिया का स्वर्ग बनाए रखा जा सके।
मोदी ने कश्मीर की महबूबा सरकार की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि वहां अमरनाथ यात्रा निर्बाध चल रही है। साथ ही कश्मीर के मामले में कांग्रेस सहित अन्य राजनीतिक दलों का सहयोग मिलने पर आभार जताया।
कश्मीर मसले पर बातचीत का रास्ता खुला होने की ओर इशारा करते हुए मोदी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने प्रधानमंत्रित्व काल में जो इंसानियत, कश्मीरियत और जम्हूरियत का मार्ग अपनाया था, उसी मार्ग पर यह सरकार आगे बढ़ रही है।
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार इंसानियत व कश्मीरियत पर चोट नहीं लगने देगी, जम्हूरियत का रास्ता ही बातचीत, संवाद का रास्ता है, लोकतंत्र के उसूलों का रास्ता है।
प्रधानमंत्री वायुसेना के विशेष विमान से दिल्ली से इंदौर और इंदौर से हेलीकॉप्टर से भाबरा पहुंचे। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ स्मारक का अवलोकन किया, वहां उपलब्ध छायाचित्रों को देखा और आजाद की जीवनगाथा को जाना। उन्होंने वहां स्थापित आजाद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। साथ ही उनकी आदमकद प्रतिमा के साथ तस्वीर भी खिंचवाई।
इस आयोजन को सफल बनाने के लिए मप्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई ने भरपूर तैयारियां की थीं। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए, मगर बीते दो दिनों से यहां जारी बारिश के चलते जगह-जगह कीचड़ हो गया, जिससे लोगों को भाबरा और फिर सभास्थल तक पहुंचने में काफी परेशानी हुई।
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