लखनऊ, 14 जून (जनसमा)। उत्तर प्रदेश और राजस्थान के बीच बस सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए अन्तर्राज्यीय परिवहन समझौते पर हस्ताक्षर किया गया है। इस समझौते से 199 मार्गों पर उप्र परिवहन निगम द्वारा राजस्थान में प्रतिदिन 56 हजार 774 किमी तथा राजस्थान पथ परिवहन निगम द्वारा उप्र में प्रतिदिन 56 हजार 558 किमी का संचालन होगा।
मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर उप्र एवं राजस्थान के बीच बस सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर हेतु आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि वर्तमान प्रदेश सरकार लोगों को बेहतर परिवहन सुविधा देने के लिए कृतसंकल्पित है। यात्राएं आदिकाल से विकास का प्रमुख कारक रही हैं। सांस्कृतिक जड़ें हमारे देश की आत्मा हैं। इसके दृष्टिगत देश, प्रदेश और समाज की प्रगति और विकास के लिए बेहतर परिवहन सेवाएं बहुत आवश्यक हैं।
इससे पहले राजस्थान सरकार के प्रमुख सचिव परिवहन शैलेन्द्र अग्रवाल और उत्तर प्रदेश की प्रमुख सचिव परिवहन आराधना शुक्ला ने मुख्यमंत्री के समक्ष एमओयू पर हस्ताक्षर कर अभिलेखों का आदान-प्रदान किया।
योगी ने कहा कि प्रदेश की प्राचीन नगरी वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या व मथुरा दर्शन के लिए राजस्थान की जनता सहित प्रत्येक भारतीय आने को उत्सुक रहता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समझौते से दिल्ली, जयपुर, अजमेर, हरिद्वार, मेरठ, बीकानेर, गंगानगर, जोधपुर, उदयपुर, आगरा, अलीगढ़, मथुरा, वृंदावन, गोरखपुर, सोनौली, झांसी, फिरोजाबाद, कोटा, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, श्री माधोपुर, मुरादाबाद, सम्भल, वनस्थली, रूपेडिया, बरेली, इलाहाबाद, सवाईमाधोपुर, अलवर एवं कन्नौज आदि स्थान सीधी बस सेवाओं से जुड़ जाएंगे। इस करार के अन्तर्गत उप्र एवं राजस्थान की बसों को निकटस्थ राज्यों यथा मध्य प्रदेश एवं हरियाणा से भी गुजरने की व्यवस्था है।
(फाइल फोटो)
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